Lok Sabha Election 2019: हिंदुत्व व राष्ट्रवाद के एजेंडे को RSS देगा धार
‘नेशन फस्र्ट-वोटिंग मस्ट’ और ‘युवा मतदाता-भाग्य विधाता’ अभियान के तहत मतदाताओं के बीच हिंदुत्व व राष्ट्रवाद के एजेंडे को धार देने की कोशिश की जाएगी।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। लोकसभा चुनाव में भाजपा के हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के एजेंडे को धार देने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कमर कस ली है। ‘नेशन फस्र्ट-वोटिंग मस्ट’ और ‘युवा मतदाता-भाग्य विधाता’ अभियान के जरिए मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने से शुरू हुआ अभियान अब ड्राइंग रूम गोष्ठियों में तब्दील होगा। दिल्ली में अभियान का यह अगला चरण अप्रैल माह से शुरू होगा, जो अंतिम चरण के मतदान तक चलेगा। इसमें घरों में छोटी-छोटी गोष्ठियों के माध्यम से मतदाताओं के बीच हिंदुत्व व राष्ट्रवाद के एजेंडे को धार देने की कोशिश की जाएगी। इनमें मोदी सरकार के भारत की संस्कृति व देशहित में लिए गए फैसलों की जानकारी दी जाएगी। इसमें प्रयागराज में कुंभ का सफल आयोजन मुख्य है।
संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के मुताबिक कुंभ में 20 से 25 करोड़ लोग आए। इसे मोदी और योगी की सरकार ने पूरी तरह से भव्य और सुरक्षित बनाया, जो कि एक उपलब्धि है। इसी तरह कुंभ में प्रधानमंत्री ने सफाई कर्मचारियों के पांव धोकर सामाजिक समरसता का बड़ा संदेश दिया, जो भारतीय संस्कृति का मूल है। इसके अलावा ऑल वेदर चार धाम यात्र मार्ग भी सरकार की उपलब्धियों के खाते में शामिल है।
राष्ट्र की सुरक्षा पर दिखी मजबूत इच्छाशक्ति
एयर स्ट्राइक व सर्जिकल स्ट्राइक पर भले ही विपक्ष सबूत मांगे पर संघ की नजर में ये फैसले सरकार की मजबूत इच्छाशक्ति को दिखाते हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि देश की सुरक्षा के मोर्चे पर यह सरकार किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगी। इसी तरह मजबूत विदेश नीति से भारत की धाक वैश्विक मंच पर बढ़ी है। वहीं पाकिस्तान को दुनियाभर में अलग-थलग करने में मोदी सरकार सफल रही है।
राहुल-येचुरी का हिंदी प्रेम भी मतदाताओं को बताएगा संघ
संघ मतदाताओं को यह बताएगा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व माकपा महासचिव सीताराम येचुरी का हिंदू प्रेम अनायास नहीं है। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपलब्धि के खाते में रखा जाएगा। इसके पहले विपक्ष के नेता छद्म धर्मनिरपेक्ष की सियासत करते थे। हिंदू आतंकवाद की बात होती थी, वहीं, अब उनमें खुद को हिंदू दिखाने की होड़ है। यह इस कारण है कि वर्तमान सरकार में शामिल लोगों ने हिंदू होने को छुपाया नहीं, बल्कि सभी धर्मों का सम्मान करते हुए हिंदुत्व का मान बढ़ाया है।