Election 2019: मतदाताओं को दिया जाएगा वीवीपैट के साथ मतदान का प्रशिक्षण
कोलकाता समेत सभी जिलों में मतदाताओं को ईवीएम एवं वीवीपैट के साथ मतदान प्रक्रिया के बारे में पूर्ण जानकारी देने के लिए मंगलवार से दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। मतदाताओं को ईवीएम एवं वीवीपैट के साथ मतदान प्रक्रिया के बारे में पूर्ण जानकारी देने के लिए मंगलवार से दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। राज्य में मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय (सीइओ) दफ्तर से दी गई जानकारी के अनुसार यह प्रशिक्षण कोलकाता समेत सभी जिलों में दिया जाएगा।
प्रशिक्षण के दौरान मतदाताओं से मॉक पोल भी कराया जाएगा। बता दें कि इससे पहले भी आयोग की ओर से इस तरह का प्रशिक्षण दिया गया था। मालूम हो कि लोकसभा निर्वाचन में भारतीय निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रत्येक मतदान स्थल पर प्रयुक्त ईवीएम में इस बार वीवीपैट को स्थापित किया जा रहा है। प्रत्येक मतदाता को अपने मताधिकार का प्रयोग करते ही 7 सेकेंड तक वीवीपैट में डाले गये मत की पर्ची दिखेगी। इसके बाद उक्त पर्ची वीवीपैट वॉक्स में स्वत: ही जमा हो जाएगी। इस प्रक्रिया में मतदाता को अपने मत के संबंध में पूर्ण जानकारी मिलने के साथ ही सभी शंका समाप्त हो जाएंगी।
नामांकन केंद्र पर तैनात नहीं होंगे केंद्रीय बल
सोमवार को चुनाव आयोग की ओर से प्रथम चरण के मतदान के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई। इसी के साथ नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई। इस बीच विपक्ष की मांग से इतर आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि नामांकन केंद्र पर केंद्रीय बलों की तैनाती नहीं की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक आयोग की ओर से कहा गया है कि अब तक जो स्थिति देखने को मिली है उसके मुताबिक इसकी कोई आवश्यकता महसूस नहीं हो रही।
अर्द्धसैनिक बलों की नहीं मिली कोई शिकायत
राज्य में अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी संजय बसु ने सोमवार को कहा कि उन्हें अर्द्धसैनिक बलों से संबंधित कोई शिकायत नहीं मिली है। बसु ने कहा कि ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि केंद्रीय बल किसी से बात नहीं कर सकते। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस की ओर से फिरहाद हकीम ने केंद्रीय बलों पर मतदाताओं को भयभीत करने का आरोप लगाया था। मतदाताओं के साथ बातचीत को लेकर भी तृणमूल की ओर से आपत्ति जाहिर कर इसकी शिकायत आयोग से करने की बात कही गई थी। इधर, सोमवार को भी केंद्रीय बल के जवानों ने महानगर व जिलों में रूटमार्च किया।
इवीएम मानिटरिंग एप होगा लांच
इवीएम को लेकर विभिन्न शिकायतों के निपटारे के लिए आयोग की ओर से इवीएम मानिटरिंग एप लांच किए जाने की बात है। हालांकि यह कब लांच किया जाएगा इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। फिलहाल इसका नाम इवीएम मानिटरिंग ही रखा जाएगा।
खर्च पर निगरानी को 7 पर्यवेक्षक होंगे तैनात
प्रथम और द्वितीय चरण में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल में कुल 7 एक्सपेंडिचर आर्ब्जबर तैनात किए गए हैं। उक्त पर्यवेक्षक चुनाव के दौरान खर्च पर निगरानी रखेंगे।