Move to Jagran APP

Lok Sabha Election 2019: झारखंड महागठबंधन में हजारीबाग को लेकर फंसा है पेंच

Lok Sabha Election 2019. हजारीबाग सीट को लेकर कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय से सीपीआइ नेता भुवनेश्‍वर मेहता मिले और हजारीबाग सीट छोड़ने का आग्रह किया।

By Alok ShahiEdited By: Published: Sat, 23 Mar 2019 09:50 AM (IST)Updated: Sat, 23 Mar 2019 09:50 AM (IST)
Lok Sabha Election 2019: झारखंड महागठबंधन में हजारीबाग को लेकर फंसा है पेंच
Lok Sabha Election 2019: झारखंड महागठबंधन में हजारीबाग को लेकर फंसा है पेंच

रांची, जासं। हजारीबाग लोकसभा सीट को लेकर विपक्ष में पेच अभी फंसा हुआ है। शुक्रवार को भाकपा राज्य सचिव सह पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय से होली को लेकर मुलाकात की। उन्होंने हजारीबाग सीट छोडऩे का आग्रह किया ताकि मोदी सरकार को मजबूती से हराया जा सके। झारखंड में महागठबंधन मजबूत होकर चुनाव लड़े, इसको लेकर चर्चा भी की।

loksabha election banner

मेहता ने कहा कि भाकपा का पहला उद्देश्य भाजपा को गद्दी से हटाना है। इसलिए सभी लोगों को साथ लेकर कांग्रेस को चलना चाहिए। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने भी मेहता की बातों पर सहमति जताते हुए कहा कि हम लोग भी प्रयास कर रहे हैं कि मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए हम लोग एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे। सीपीआइ को हजारीबाग सीट मिले, इसके लिए कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से बात की जाएगी। इस मौके पर रांची जिला सचिव अजय सिंह एवं रामेश्वर राम कुशवाहा भी मौजूद थे।

चौकीदार लिखे जाने पर रोक लगाए चुनाव आयोग : सीटू
सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) ने भाजपा नेताओं द्वारा नाम के पहले चौकीदार लिखे जाने पर एतराज जताया है। कहा है कि राजनीतिक लाभ लेने के लिए ऐसा किया जा रहा है। यह आचार संहिता का उल्लंघन भी है। सीटू के वाइस प्रेसिडेंट जेएस मजुमदार ने भारत निर्वाचन आयोग को पत्र भेजकर इसपर रोक लगाने की मांग की है।

उन्होंने कहा है कि चौकीदारों को अभी तक आर्थिक-सामाजिक न्याय नहीं मिल पाया है। वे कुछ जगहों पर ट्रेड यूनियन के दायरे में आते हैं। अभी कुछ नेताओं द्वारा अपने नाम के पहले चौकीदार लगाकर लोकसभा चुनाव में लाभ उठाने का प्रयास किया जा रहा है जो कि गलत है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.