Lok Sabha Election 2019: झारखंड महागठबंधन में हजारीबाग को लेकर फंसा है पेंच
Lok Sabha Election 2019. हजारीबाग सीट को लेकर कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय से सीपीआइ नेता भुवनेश्वर मेहता मिले और हजारीबाग सीट छोड़ने का आग्रह किया।
रांची, जासं। हजारीबाग लोकसभा सीट को लेकर विपक्ष में पेच अभी फंसा हुआ है। शुक्रवार को भाकपा राज्य सचिव सह पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय से होली को लेकर मुलाकात की। उन्होंने हजारीबाग सीट छोडऩे का आग्रह किया ताकि मोदी सरकार को मजबूती से हराया जा सके। झारखंड में महागठबंधन मजबूत होकर चुनाव लड़े, इसको लेकर चर्चा भी की।
मेहता ने कहा कि भाकपा का पहला उद्देश्य भाजपा को गद्दी से हटाना है। इसलिए सभी लोगों को साथ लेकर कांग्रेस को चलना चाहिए। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने भी मेहता की बातों पर सहमति जताते हुए कहा कि हम लोग भी प्रयास कर रहे हैं कि मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए हम लोग एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे। सीपीआइ को हजारीबाग सीट मिले, इसके लिए कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से बात की जाएगी। इस मौके पर रांची जिला सचिव अजय सिंह एवं रामेश्वर राम कुशवाहा भी मौजूद थे।
चौकीदार लिखे जाने पर रोक लगाए चुनाव आयोग : सीटू
सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) ने भाजपा नेताओं द्वारा नाम के पहले चौकीदार लिखे जाने पर एतराज जताया है। कहा है कि राजनीतिक लाभ लेने के लिए ऐसा किया जा रहा है। यह आचार संहिता का उल्लंघन भी है। सीटू के वाइस प्रेसिडेंट जेएस मजुमदार ने भारत निर्वाचन आयोग को पत्र भेजकर इसपर रोक लगाने की मांग की है।
उन्होंने कहा है कि चौकीदारों को अभी तक आर्थिक-सामाजिक न्याय नहीं मिल पाया है। वे कुछ जगहों पर ट्रेड यूनियन के दायरे में आते हैं। अभी कुछ नेताओं द्वारा अपने नाम के पहले चौकीदार लगाकर लोकसभा चुनाव में लाभ उठाने का प्रयास किया जा रहा है जो कि गलत है।