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नए जोश में दिखे हुड्डा काे जीत का भरोसा, बोले- भाजपा से पांच साल का हिसाब मांग रही है जनता

हरियाणा कांग्रेस के नेता लाेकसभा चुनाव के मद्देनजर एकता का प्रदर्शन कर रहे हैं। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि जनता भाजपा से पांच साल का हिसाब मांग रही है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 27 Mar 2019 11:53 AM (IST)Updated: Wed, 27 Mar 2019 11:53 AM (IST)
नए जोश में दिखे हुड्डा काे जीत का भरोसा, बोले- भाजपा से पांच साल का हिसाब मांग रही है जनता
नए जोश में दिखे हुड्डा काे जीत का भरोसा, बोले- भाजपा से पांच साल का हिसाब मांग रही है जनता

नई दिल्‍ली। गुटों में बंटी हरियाणा कांग्रेस लाेकसभा चुनाव के मद्देनजर एकजुट नजर अा रही है। पार्टी के सभी दिग्‍गज नेता एक साथ राज्‍य में रोडशो कर रहे हैं। प्रदेश में कांग्रेस की समन्वय समिति बनने और इसकी कमान मिलने के बाद पूर्व मुख्‍यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा काफी उत्‍साहित हैं। हरियाणा में लोकसभा चुनाव में जीत का दावा कर रहे हुड्डा का कहना है कि जनता भाजपा सरकार से पांच साल का हिसाब मांग रही है।

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पार्टी के दिग्‍गज नेता फिलहाल छह दिवसीय परिवर्तन यात्रा पर हैं। इसकी शुरुआत प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर मंगलवार को कराई। यात्रा के मकसद और राज्य के मौजूदा राजनीति हालातों पर यात्रा के दौरान सोहना से नूंह तक अन्य नेताओं के साथ बस में सवार पूर्व मुख्यमंत्री और समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा से दैनिक जागरण के विशेष संवाददाता बिजेंद्र बंसल ने विस्तृत बातचीत की। प्रस्तुत है इस बातचीत के प्रमुख अंश:

-पांच वर्षों से गुटों में बंटी कांग्रेस के लिए छह दिन की परिवर्तन यात्रा का पहला दिन क्या अपेक्षा के अनुरूप संदेश दे रहा है?

- जी बिल्कुल, आप बस से बाहर झांककर देखिए। परिवर्तन यात्रा के दौरान कांग्रेस की बात सुनने जिस तरह सड़कों पर लोग उमड़ पड़े हैं, उससे हमें पूरा विश्वास है कि राज्य की दस की दस लोकसभा सीट कांग्रेस जीतेगी। इसके बाद विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस प्रदेश की जनता को मनोहरलाल सरकार से निजात दिलाएगी।

परिवर्तन यात्रा  के दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा और अन्‍य कांग्रेस नेता।

- आपके अनुसार, भाजपा सरकार के किन कार्यों से जनता नाराज है?

- प्रदेश की जनता ने पूरे पांच साल एक अनुभवहीन सरकार झेली है। इससे हरियाणा और विकास बहुत पीछे चला गया। सभी वर्ग भाजपा सरकार से त्रस्त हैं। चाहे वह किसान हो, मजदूर हो, छोटा व्यापारी हो, दुकानदार हो। यहां तक कि सरकारी कर्मचारी सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं। भाजपा शासनकाल में किसान को उसकी फसल की लागत नहीं मिली, मज़दूर को उसकी मेहनत का पारिश्रमिक नहीं मिला। छोटे व्यापारी का व्यापार चौपट हो गया। कुछ पूंजीपतियों को छोड़ दें तो बाकी व्यापारी अब अपनी जमापूंजी से गुजारा कर रहा है।

- पांच शहरों के मेयर और जींद उपचुनाव की जीत के बाद भाजपा पर ये आरोप कितने उचित हैं, भाजपाई ईमानदार सीएम के रूप में मनोहर लाल को प्रोजेक्ट कर रहे हैं?

- मेयर चुनाव में भाजपा अकेले ही चुनाव लड़ रही थी। इनेलो का कोई वजूद प्रदेश में नहीं है और कांग्रेस ने सिंबल पर ये चुनाव नहीं लड़े थे। कौन सा उपचुनाव है जो सत्ताधारी सरकारी मशीनरी के दम पर नहीं जीतती। रही बात मनोहर लाल की ईमानदारी की तो मैं धान, बिजली बिल, गुरुग्राम में मेट्रो रेल का रास्ता बदलने के घोटालों की चर्चा छोड़कर पंजाब लैंड प्रिजर्वेशन एक्ट-1900 में बदलाव के नाम पर किए जाने वाले हजारों करोड़ रुपये के घोटाले को याद कराता हूं। आप समझ सकते हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने जब इस बदलाव प्रक्रिया पर रोक लगाई तो हरियाणा प्रदेश की जनता की पूरे देश में कितनी बदनामी हुई।

-कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की न्याय योजना को कितना सार्थक मानते हैं?

- इस योजना से देश के गरीबों को सीधा फायदा होगा। गरीबी हटाने की यह योजना कांग्रेस ही बना सकती है।

- प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर और आपकी जोड़ी परिवर्तन यात्रा की बस से आगे भी चलेगी?

- देखिए, हमारे किन्हीं मुद्दों को लेकर मतभेद हो सकते हैं लेकिन मनभेद कभी भी नहीं रहे। राहुल गांधी जी के नेतृत्व में पूरी कांग्रेस एक है। आप बस में पीछे मुड़कर देख सकते हो कि जिनसे भी हमारे मतभेद रहे हैं वे सभी एक बस में साथ बैठे हैं। कांग्रेस लोकसभा और विधानसभा चुनाव एकजुट होकर के लड़ेगी। यह समय का तकाजा भी है।

- इनेलो के विघटन के बाद अब उसके विधायक भाजपा में जा रहे हैं क्यों?

- प्रदेश की जनता के लिए यह दल-बदल नहीं है बल्कि इधर से उधर जाना है। हमने तो तीन साल पहले ही कह दिया था कि इनेलो पार्टी भाजपा की बी टीम है। हमारी बात की दुष्यंत चौटाला ने पुष्टि की। इनेलो को प्रदेश की जनता ने मुख्य विपक्ष की जिम्मेदारी दी थी मगर यह पार्टी भाजपा की मुख्य सहयोगी बन गई। यही कारण है कि इनेलो खत्म हो रही है। अभय चौटाला को नेता प्रतिपक्ष पद से पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था।

- विधानसभा के कार्यकाल में समय बचा तो क्या कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष पद पर दावा करेगी?

- कांग्रेस विधानसभा के अंदर और बाहर पिछले साढ़े चार साल से विपक्षी दल के रूप में ही काम कर रही है। नेता प्रतिपक्ष का पद तो नंबर गेम है। पहले इनेलो के पास ज्यादा विधायक थे, अब कांग्रेस के पास हैं। इसलिए अब कांग्रेस का ही नेता प्रतिपक्ष बनेगा।

- हरियाणा की सीटों के टिकट कब तक जारी हो जाएंगे?

अप्रैल माह के पहले सप्ताह में कांग्रेस के टिकट फाइनल हो जाएंगे। पहले कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में पैनल बनेंगे। इसके बाद कांग्रेस संसदीय बोर्ड की बैठक में नामों को अंतिम रूप दिया जाएगा।


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