कांग्रेस ने घोषित किए छह उम्मीदवार, सैलजा, तंवर, दीपेंद्र, श्रुति, कैप्टन व नागर होंगे योद्धा
कांग्रेस हाईकमान ने हरियाणा से लोकसभा प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने 10 में से 6 प्रत्याशियों की घोषणा की है।
चंडीगढ़ [अनुराग अग्रवाल]। कांग्रेस हाईकमान ने लंबे इंतजार के बाद हरियाणा की दस में से छह लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। पहली सूची में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटी गुरुग्राम और फरीदाबाद लोकसभा सीटों के उम्मीदवार भी शामिल हैं, जबकि कुरुक्षेत्र सीट पर उम्मीदवार की घोषणा को होल्ड पर रख दिया गया है। इस सीट पर पूर्व सांसद नवीन जिंदल टिकट के प्रबल दावेदार हैं, लेकिन पिछले कई दिनों से उनके चुनाव न लड़ने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
कांग्रेस हाईकमान द्वारा पहली सूची में कुरुक्षेत्र के लिए नवीन जिंदल का नाम नहीं होने से उनके चुनाव न लड़ने की खबरों को हवा मिली है। कांग्रेस ने जिन सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित किए हैं, उनमें रोहतक, अंबाला, सिरसा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीटें शामिल हैं।
कांग्रेस ने फरीदाबाद में तिगांव से विधायक ललित नागर को बड़े ही अप्रत्याशित ढंग से उम्मीदवार बनाया है। यहां अवतार सिंह भड़ाना, करण सिंह दलाल और महेंद्र प्रताप सिंह टिकट के प्रबल दावेदारों में शामिल थे। गुरुग्राम में लालू प्रसाद यादव के समधी कैप्टन अजय यादव को टिकट दिया गया है। उनकी टिकट तय मानी जा रही थी, लेकिन यहां हुड्डा समर्थक राव दान सिंह भी टिकट के प्रबल दावेदार थे।
रोहतक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के सांसद पुत्र दीपेंद्र हुड्डा पर एक बार फिर भरोसा जताया गया है। भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी की बेटी और पूर्व सांसद श्रुति चौधरी पर दांव खेला गया है। अंबाला में पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा तथा सिरसा में हरियाणा कांग्र्रेस के अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद डॉ. अशोक तंवर को टिकट दिया गया है।
बेटे के लिए टिकट की जिद पर अड़े कुलदीप बिश्नोई
कांग्रेस हाईकमान ने कुरुक्षेत्र के साथ-साथ हिसार की सीट भी होल्ड पर रख दी है। कांग्रेस हाईकमान हिसार में कुलदीप बिश्नोई को चुनाव लड़वाना चाहता है, लेकिन कुलदीप अपने बेटे भव्य बिश्नोई के लिए अड़े हुए हैं। कुरुक्षेत्र और हिसार के अलावा सोनीपत तथा करनाल लोकसभा सीटों पर भी उम्मीदवार घोषित नहीं किए गए हैं।
सोनीपत में पूछेंगे हुड्डा की मर्जी
सोनीपत के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मर्जी पूछी जा रही है। हुड्डा खुद चुनाव लड़ने के हक में नहीं हैं, लेकिन हाईकमान का आदेश हुआ तो इन्कार भी नहीं करेंगे। हुड्डा के अलावा यहां उनकी धर्मपत्नी आशा हुड्डा तथा विधानसभा के पूर्व स्पीकर एवं विधायक कुलदीप शर्मा सोनीपत में टिकट के प्रबल दावेदार हैं। सोनीपत में यदि हुड्डा के परिवार से टिकट मिली तो करनाल में मराठा वीरेंद्र वर्मा, कुलदीप शर्मा, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन कुंडू, पूर्व राज्यसभा सदस्य शादी लाल बत्रा अथवा मनोज वधवा में से किसी एक पर दांव खेला जा सकता है।
दो जाट, दो एससी और दो ओबीसी पर दांव
कांग्रेस हाईकमान ने छह लोकसभा सीटों में से तीन पर पूर्व सांसद, एक मौजूदा सांसद, एक पूर्व मंत्री और एक विधायक पर दांव खेला है। कांग्रेस ने दो एससी, दो ओबीसी और दो जाटों पर दांव खेला है।