सर्वे में खुलासा, दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में बड़ा मुद्दा बनेगा वायु प्रदूषण
सर्वे के मुताबिक दिल्ली में रहने वाले 10 में से 8 लोग विधानसभा चुनाव में मतदान करते समय वायु प्रदूषण को एक मुद्दे के रूप में अपने जेहन में रखेंगे।
नई दिल्ली, आइएएनएस। देश की राजधानी दिल्ली में पिछले डेढ़ दशक से लगातार बढ़ता वायु प्रदूषण अब आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 (Delhi Assembly Election 2020) बड़ा मुद्दा बनने वाला है। एक सर्वे में खुलासा हुआ है कि दिल्ली में रहने वाले 10 में से 8 लोग विधानसभा चुनाव में मतदान करते समय वायु प्रदूषण को एक मुद्दे के रूप में अपने जेहन में रखेंगे। यह सर्वे YouGov द्वारा किया गया है, जो इंटरनेट आधारित मार्केट रिसर्च और डाटा एनालिटिक्स फर्म है।
दिल्ली के 61 फीसद लोगों ने कहा है कि शहर में प्रदूषण को लेकर केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों ही जिम्मेदार हैं। वहीं, 6 में से एक आदमी ने कहा कि केंद्र सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए, जबकि ज्यादातर का कहना है कि प्रदूषण दिल्ली सरकार का मुद्दा है।
यहां पर बता दें कि दिल्ली में प्रदूषण को लेकर हालात खराब है। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण का मुद्दा देश दुनिया के अखबारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
अस्पतालों में फिर बढ़े सांस के मरीज
प्रदूषण गंभीर स्थिति में पहुंचने के कारण अस्पतालों में एक बार फिर सांस की समस्या से जूझते मरीज 30 फीसद तक बढ़ गए हैं। इनमे करीब एक चौथाई ऐसे मरीज हैं जिन्हें पहले से सांस की बीमारी नहीं थी, बल्कि प्रदूषण के कारण उन्हें संक्रमण हुआ। एम्स के पल्मोनरी विभाग के विशेषज्ञ डॉ. करण मदान ने कहा कि संस्थान में शोध में यह बात सामने आ चुकी है कि प्रदूषण बढ़ने पर अस्पताल की इमरजेंसी में अचानक मरीज बढ़ जाते हैं। सांस लेने में परेशानी व अस्थमा अटैक से पीड़ित होकर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं।
वहीं, लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर कहते हैं कि सांस के मरीजों की संख्या 20 फीसद तक बढ़ी है। इसमें ज्यादातर ऐसे हैं जो पहले सांस के मरीज नहीं थे। कई डॉक्टर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर प्रदूषण की स्थिति पर चिंता जाहिर कर रहे हैं। वे कहते हैं कि उनके बच्चे भी सांस के मरीज हो रहे हैं। एम्स के सहायक प्रोफेसर डॉ. विजय गुर्जर ने कहा कि प्रदूषण से बुजुर्गो व बच्चों को खतरा अधिक है, इसलिए उन्हें घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। दिल्ली की मौजूदा स्थिति यह है कि बच्चे न स्कूल जा पा रहे हैं और न खेल पा रहे हैं।
बचाव के लिए यह करें उपाय
तरल पदार्थ का इस्तेमाल अधिक करें। धूमपान न करें। प्रदूषण के समय धूमपान से हालत बिगड़ सकती है। घर से बाहर जरूरी हो तभी निकलें। प्रदूषण से बचाव के लिए एन-95 या इससे अधिक नंबर के मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं।