कमांडर की भूमिका में राहुल : भूपेश, सिंहदेव और साहू का हाथ उठाकर दिया एकजुटता का संदेश
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्री टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू के शपथ लेने के बाद राहुल ने तीनों का हाथ उठाकर कांग्रेस नेताओं को एकजुटता का संदेश देने से भी नहीं चूके।
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी एक मंजे हुए नेता कर तरह नजर आए। राहुल ने शिष्टाचार निभाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के पास पहुंचकर हाथ मिलाया, तो भूपेश बघेल के परिवार के सदस्यों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्री टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू के शपथ लेने के बाद राहुल ने तीनों का हाथ उठाकर कांग्रेस नेताओं को एकजुटता का संदेश देने से भी नहीं चूके। दरसअसल, मंच पर कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं की मौजूदगी में एक गजब का उत्साह देखने को मिल रहा था।
राहुल गांधी ने न सिर्फ राष्ट्रीय नेताओं के बैठने की व्यवस्था देखी, बल्कि एक-एक नेता के सम्मान का भी ख्याल रखा। शपथ ग्रहण समारोह खत्म होने के बाद जब राहुल गांधी मंच से उतरने लगे तो उत्साहित कांग्रेसी कार्यकर्ता करीब पहुंच गए। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को समर्थन देने वाले धर्मगुस्र् बाबा बालदास से राहुल गले भी मिले।
तीन विशेष विमान से राष्ट्रीय नेताओं का दल रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पहुंचा। वहां से सभी नेता एक बस में सवार होकर राहुल गांधी के साथ शपथ ग्रहण स्थल पर पहुंचे। स्टेडियम में जैसे ही कार्यकर्ता राहुल गांधी के जयकारे लगाने लगे। पूरा स्टेडियम तालियों से गूंज गया।
मंच पर वोरा-रमन हंस-हंस कर करते रहे बात
शपथ ग्रहण समारोह में मंच पर सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा पहुंचे। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह मंच पर पहुंचे तो वोरा के बगल में बैठे। करीब 20 मिनट तक दोनों नेताओं ने आपस में हंस-हंस कर आपस में चर्चा भी की। यही नहीं, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्री टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू को शपथ लेने के दौरान भी डॉ रमन उनकी तरफ मुखातिब थे।
शपथ ग्रहण में शामिल हुए गौरीशंकर-बृजमोहन
शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल भी शामिल हुए। गौरीशंकर अग्रवाल मंच पर दूसरी पंक्ति में बैठे थे, जबकि बृजमोहन अग्रवाल विशिष्ट अतिथियों की दीर्घा में बैठे थे।