प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने ऊधमपुर में एफएम रेडियो स्टेशन और पासपोर्ट सेवा केंद्र को खोल कर लोगों को होली का एक नायाब तोहफा दिया है। एफएम रेडियो स्टेशन के शुरू होने से क्षेत्र की संस्कृति को बढ़ावा ही नहीं मिलेगा, बल्कि लोग आगे आकर अपनी प्रतिभा को भी प्रदर्शित कर पाएंगे। ऊधमपुर एक ऐसा पहला जिला है, जहां पर एफएम रेडियो स्टेशन खोला गया है जिससे करीब साठ किलोमीटर क्षेत्रफल में रहने वाले लोगों को मनोरंजन का साधन मिल गया है। नि:संदेह इसका लाभ ऊधमपुर के साथ लगते रियासी, रामबन और डोडा के लोगों को भी मिलेगा क्योंकि यह दूरदराज का पहाड़ी क्षेत्र है और यहां पर लोगों के लिए सिवाय रेडियो और टेलीविजन और कोई दूसरा साधन नहीं है। दस लाख की आबादी वाले ऊधमपुर जिले में डोगरी, गोजरी, पहाड़ी भाषा बोली जाती है। इन लोगों को अपनी संस्कृति से ओत-प्रोत लघु गीत सुनने का भी मौका मिलेगा। इससे पाकिस्तान रेडियो द्वारा देश के खिलाफ फैलाए जा रहे दुष्प्रचार पर भी लगाम लगेगी। जिले में सेना का उत्तरी कमान मुख्यालय, बीएसएफ, पुलिस ट्रेनिंग अकादमी भी है और हजारों की संख्या में सुरक्षाबलों को भी फुर्सत में एफएम रेडियो सुनने का मौका मिलेगा। युवाओं को रोजगार के अवसरों के बारे में भी समय-समय पर जानकारी मिल सकेगी क्योंकि रेडियो और एफएम ही एक ऐसा माध्यम है जो लोगों के बीच आसानी से पहुंच सकता है। सरकार का यह भी दायित्व बनता है कि वह मनोरंजन के ऐसे चैनल केवल ऊधमपुर में ही नहीं बल्कि अन्य पहाड़ी जिलों में भी शुरू करें। अपने विकास की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए सांसद ने ऊधमपुर में पासपोर्ट केंद्र का उद्घाटन कर उन लोगों को राहत पहुंचाई जो जम्मू आकर अपना पासपोर्ट बनाने के लिए मजबूर थे। इससे जम्मू पासपोर्ट कार्यालय का भी काम होगा। पासपोर्ट हासिल करने के लिए पुलिस और सीआइडी वेरीफिकेशन में कई महीने लग जाते थे। कई बार लोगों को यह भी पता नहीं होता था कि उनके पासपोर्ट का स्टेटस क्या है। अब वे अपने जिले में ही या इंटरनेट के जरिए पासपोर्ट के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। इससे काम में भी पारदर्शिता आएगी और भ्रष्टाचार पर भी लगाम कसी जा सकेगी। ऐसे ही कार्यालय अन्य जिलों में भी खोलने की जरूरत है ताकि जम्मू में फंसे पासपोर्ट के हजारों मामलों को अपने-अपने जिलों में निपटाया जा सके।

[ स्थानीय संपादकीय : जम्मू-कश्मीर ]