चाहे वह सत्ता पक्ष हो अथवा विपक्ष में बैठे दल, यह सभी की जिम्मेदारी है कि वे सदन की कार्यवाही को सफलतापूर्वक चलाना सुनिश्चित करें।

पंजाब विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत हो चुकी है और पहले ही दिन जिस प्रकार का हंगामा हुआ उससे एक बार फिर इसकी आशंका बन गई है कि कहीं हमेशा की तरह इस बार भी सदन की कार्यवाही हंगामे की भेंट न चढ़ जाए। पहले ही दिन जब पूर्व डीजीपी दिवंगत केपीएस गिल को श्रद्धांजलि दी गई तब शिरोमणि अकाली दल ने जहां सदन से वाकआउट किया, वहीं आम आदमी पार्टी ने भी इससे दूरी बना ली, जबकि बैंस ब्रदर्स ने श्रद्धांजलि के पेपर फाड़ कर फ्लोर पर फेंक दिए। इससे स्पष्ट है कि विपक्ष के तेवर इस बार बेहद आक्रामक रहने वाले हैं। लेकिन उचित यह होगा कि यह तेवर सकारात्मक और सार्थक बहस में उपयोग किया जाए। विपक्ष के पास सरकार से पूछने के लिए बहुत से सवाल हैं। खनन मामले में मंत्री की कथित संलिप्तता, किसानों की कर्ज माफी और सत्ताधारी दल के अन्य वादों से जुड़े सवालों पर अच्छी बहस की जा सकती है। सार्थक बहस इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि प्रदेश में ऐसे कई मामले हैं जिन पर चर्चा होनी जरूरी है, क्योंकि इसी से समाधान निकलने की उम्मीद की जा सकती है। प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद किसानों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। इसके विपरीत किसानों की आत्महत्या की घटनाएं बढ़ गई हैं। किसानों की कर्ज माफी के लिए भी कुछ ठोस होता नहीं दिख रहा है। साथ ही प्रदेश की कानून व्यवस्था का हाल भी बहुत अच्छा नहीं है। नशे के लिए एसआइटी का गठन कर दिया गया है और विगत दिवस नशे की तस्करी से जुड़ी एक बड़ी मछली भी पुलिस के हाथ लगी है, लेकिन इस दिशा में अब भी बहुत कुछ किया जाना शेष है। जिस इंस्पेक्टर को विगत दिनों गिरफ्तार किया गया है, उसके तार कई बड़े लोगों से जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है, इसलिए सरकार पर इसकी सही तरीके से जांच के लिए भी सदन में दबाव बनाया जा सकता है। लेकिन यह सब तभी संभव है जब सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चले और इसकी जिम्मेदारी सभी की है। चाहे वह सत्ता पक्ष हो अथवा विपक्ष में बैठे दल, सभी को चाहिए कि वे सदन की कार्यवाही सफलतापूर्वक चलाना सुनिश्चित करें। जनता भी यही चाहती है कि जिन्हें उन्होंने चुनकर सदन में भेजा है, वे उनकी समस्याओं को सदन के समक्ष रखें और उनका समाधान निकाला जाए। उम्मीद की जानी चाहिए कि सभी दल इस बात को समझेंगे और सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलेगी।

[ स्थानीय संपादकीय : पंजाब ]