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तलाशी अभियान से आतंकियों में भी साफ संदेश गया कि सरकार हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठी है, देश विरोधी ताकतों को कुचलने के लिए हरसंभव कदम उठाएगी
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दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में बढ़ती आतंकवादी वारदातों के बीच सुरक्षाबलों द्वारा चलाए गए व्यापक तलाशी अभियान से नि:संदेह पुलिस का मनोबल बढ़ेगा। विडंबना यह है कि आतंकियों ने हाल ही में इसे फ्री जोन घोषित कर यह दर्शाने की कोशिश की कि शोपियां और पुलवामा जिले में उनकी तूती बोलती है। इन क्षेत्रों में अपना वर्चस्व जताने के लिए हाल ही में हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों ने सोशल साइट पर कई वीडियो वायरल किए, जिसमें स्थानीय युवाओं को आजादी की मुहिम में शामिल होने के लिए बरगलाने की कोशिश करते दिखाया गया है। आतंकियों ने शनिवार और रविवार को बैंक और कैश वैन लूटने की तीन वारदातों को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दे दी। आतंकियों ने यह जताने की कोशिश की दक्षिण कश्मीर में उन्हें किसी का खौफ नहीं है और वे जो चाहें कर सकते हैं। हाल ही में चुनाव आयोग ने बढ़ती आतंकी गतिविधियों को देखते हुए दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग संसदीय उपचुनाव को भी रद कर दिया था। इससे आतंकियों और अलगाववादियों को लगा कि शायद चुनाव आयोग ने उनके दबाव में आकर उपचुनाव रद किए हैं। इतना ही नहीं, कुछ राजनीतिक दलों ने भी आग में घी डालने का काम किया और सारे मुद्दे का राजनीतिकरण कर अलगाववादियों को अपरोक्ष रूप से शह दी। राज्य के पुलिस महानिदेशक ने भी पुलिसकर्मियों के घरों पर बढ़ते हमलों को देखते हुए उनकी छुट्टियां यह सोच कर रद कर दी थी कि अगर वे घरों से दूर रहेंगे तो हमलों से बच जाएंगे। इससे भी पुलिस का मनोबल कम हुआ। आतंकियों की हिमाकत इतनी बढ़ गई कि उन्होंने बैंक लूटने के लिए सुरक्षाबलों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया। सुरक्षाबलों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए शोपियां और पुलवामा जिले के 20 गांवों में आतंकियों की धर-पकड़ के लिए 24 घंटे तक तलाशी अभियान चलाया। अभियान में सेना के तीन हजार जवानों ने हेलीकॉप्टर और ड्रोन से इलाके में आतंकियों की गतिविधियों पर नजर रखी। हालांकि, इस दौरान कोई आतंकी तो नहीं पकड़ा गया लेकिन पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों का मनोबल जरूर बढ़ा। आतंकियों में भी यह संदेश गया कि सरकार हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठी है। अगर पानी सिर से ऊपर जाएगा तो सुरक्षा बलों को इसे संभालना आता है। सरकार को भी चाहिए कि वह संवेदनशील इलाकों में सेना की तैनाती करे ताकि देश विरोधी ताकतें सिर न उठा सकें।

[ स्थानीय संपादकीय : जम्मू-कश्मीर ]