एक बहुत पुरानी कहावत है 'बिना विचार जो करे सो पाछे पछताए'। यह कहावत इस समय बंगाल भाजपा इकाई पर चरितार्थ हो रही। क्योंकि, जिस तरह से बिना सोच- विचार के पार्टी में ऐसे लोगों को ऊंचे ओहदे पर बिठा दिया, जिनकी गिरफ्तारी शिशु तस्करी जैसे जघन्य अपराध में हो रही है। पहले विधाननगर निगम चुनाव में भाजपा के टिकट पर लडऩे वाले डॉक्टर दिलीप घोष की गिरफ्तारी हुई। इसके बाद मंगलवार की रात को कई दिनों से फरार भाजपा महिला मोर्चा की महासचिव जूही चौधरी को गिरफ्तार किया गया है। भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने दोनों नेताओं की गिरफ्तारी के बाद पद से हटा कर अपना पल्ला झाड़ लिया है। परंतु, यहां सवाल यह उठ रहा है कि पार्टी में किसी भी व्यक्ति को शामिल करने से पहले उसके बारे में क्यों नहीं पूरी जानकारी जुटाई जाती है? शिशु तस्करी के मामले में दो नेताओं की गिरफ्तारी से भाजपा की छवि पर गहरा दाग लगा है, उसे साफ करने में वर्षों लग जाएगा। प्रदेश भाजपा नेतृत्व उक्त दोनों नेताओं की गिरफ्तारी के बाद चाहे जो भी दलील व तर्क दे, परंतु, लोगों के बीच जो संदेश जा रहा है उसका खामियाजा पूरी भाजपा को भुगतना होगा। शिशु तस्करी का आरोप भाजपा के लिए बड़ा सिरदर्द बन चुका है। क्योंकि, मामले में गिरफ्तार एक आरोपी ने मंगलवार को कहा है कि जूही चौधरी के साथ भाजपा सांसद रूपा गांगुली और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय का संबंध है। यह बात सामने आने के बाद से इस शिशु तस्करी कांड को लेकर विपक्षी दल भाजपा पर हमलावर हो गया है। भाजपा प्रदेश इकाई से लेकर केंद्रीय नेतृत्व तक को इन आरोपों पर विचार करने की जरूरत है कि इस तरह के लोगों को पार्टी में स्थान न दे जिससे पार्टी की छवि खराब हो। अगर ऐसा नहीं हुआ तो इस तरह का सिरदर्द आने वाले समय में और बढ़ेगा। इस समय तो भाजपा बंगाल में पांव जमाने की कोशिश कर रही है। ऐसे में यदि नेताओं की स्वच्छ छवि नहीं होगी तो स्थिति नहीं बदलेगी। क्योंकि, लोगों के बीच पैठ बनाने के लिए ईमानदार, स्वच्छ और कर्मठ लोगों को पार्टी में शामिल करना होगा। यदि जूही चौधरी व डॉक्टर दिलीप घोष जैसे नेताओं को भाजपा स्थान देगी तो इसी तरह से पार्टी की छवि धूमिल होती रहेगी।
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(हाईलाइटर-शिशु तस्करी के मामले में दो नेताओं की गिरफ्तारी से भाजपा की छवि पर गहरा दाग लगा है, उसे साफ करने में वर्षों लग जाएगा। प्रदेश भाजपा नेतृत्व उक्त दोनों नेताओं की गिरफ्तारी के बाद चाहे जो भी दलील व तर्क दे, परंतु, लोगों के बीच जो संदेश जा रहा है उसका खामियाजा पूरी भाजपा को भुगतना होगा।)

[ स्थानीय संपादकीय : पश्चिम बंगाल ]