हाईलाइटर
-----
नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास की योजनाएं प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए यह आवश्यक भी था कि प्रशासन चौतरफा प्रयास करे।
-------
राज्य सरकार ने नक्सलियों के प्रभाव वाले इलाकों में दस्तक देना आरंभ किया है। इस कड़ी में मुख्य सचिव राजबाला वर्मा खुद ऐसे इलाकों का दौरा कर रही हैं जो लाल आतंक के गढ़ माने जाते हैं। राज्य सरकार का यह प्रयास उन इलाकों के निवासियों में शासन तंत्र के प्रति विश्वास पैदा करेगा। राज्य के नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास की योजनाएं प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए यह आवश्यक भी था कि प्रशासन चौतरफा प्रयास करे। इस कड़ी में पुलिस और अद्र्धसैनिक बलों ने भी बेहतर प्रयास किया है। इसी का प्रतिफल है कि काफी हद तक नक्सलियों पर काबू पाया जा चुका है। कई कुख्यात नक्सली जहां सलाखों के पीछे हैं वहीं कई मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं। पुलिस महानिदेशक डीके पांडेय समेत आला अधिकारियों के प्रयास से दर्जनों दुर्दांत नक्सलियों ने हथियार डाल दिए हैं। यह नई शुरुआत का संकेत है और इस प्रयास को और गति देने की आवश्यकता है। नक्सल प्रभावित इलाकों में शासन के प्रति विश्वास का भाव पैदा करना आवश्यक है। बेरोजगारी और पलायन की स्थिति का फायदा भी प्रतिबंधित नक्सली समूहों ने उठाया है। राज्य में नए सिरे से निवेश का प्रयास भी इस मायने में लाभप्रद होगा कि दिग्भ्रमित युवकों को रोजगार मिलेगा तो वे मुख्यधारा में वापस लौट सकेंगे। ङ्क्षहसा किसी समस्या का समाधान नहीं है और बातचीत के जरिए हर मामले का समाधान संभव है। झारखंड में सक्रिय नक्सली समूहों के एक बड़े आर्थिक स्रोत को नोट वापसी के अभियान ने नष्ट कर दिया है। यह माकूल मौका है कि प्रभावित इलाकों में सक्रियता बढ़ाकर इनके कदम को हमेशा के लिए रोक दिया जाए। घोर नक्सल प्रभावित इलाकों में 13 एक्शन प्लान चलाए जा रहे हैं। अब अधिकारी सभी इलाकों में खुद पहुंचकर इसके तहत हो रहे कामकाज की समीक्षा करेंगे। इसे लेकर संबंधित जिलों के अधिकारियों के अलावा मुख्यालय में स्थित विभिन्न विभागों के सचिवों को भी अलर्ट किया गया है। मुख्य सचिव अपनी टीम के साथ पिछले दिनों गुमला जिले के बनालात और लोहरदगा के पेशरार गईं थीं। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को समय सीमा के भीतर सारा कार्य पूरा करने का निर्देश दिया था। ये वैसे इलाके हैं जहां दिन के उजाले में भी लोग जाने से डरते थे। राज्य सरकार के समेकित प्रयास से नक्सलियों का पराभव झारखंड में नए युग का सूत्रपात करेगा।

[ स्थानीय संपादकीय : झारखंड ]