सरकारी स्कूलों के नौवीं से बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को साइंस पढ़ाने के लिए निजी शिक्षण संस्थानों की मदद लेने से निस्संदेह विद्यार्थियों को बहुत लाभ मिलेगा।
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पंजाब के तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए की गई पहल सराहनीय कही जा सकती है। सोमवार को उन्होंने निजी शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर यह तय किया है कि सरकारी स्कूलों के नौवीं से बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को साइंस पढ़ाने के लिए निजी शिक्षण संस्थानों की मदद ली जाएगी। इस संबंध में निजी शिक्षण संस्थानों के साथ करार किया जाएगा, जिसके बाद निजी शिक्षण संस्थानों के शिक्षक सरकारी स्कूलों में जाकर नौवीं से बारहवीं तक के विद्यार्थियों को साइंस पढ़ाएंगे। इसके अतिरिक्त सप्ताह में एक दिन सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को निजी शिक्षण संस्थानों में प्रेक्टिकल के लिए भी भेजा जाएगा। इस संबंध में हालांकि अभी शिक्षा मंत्री के साथ बैठक के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा, लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि यदि इस प्रकार का कोई फैसला धरातल पर उतरता है तो इससे सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को बहुत लाभ मिलेगा। इसमें कोई संदेह नहीं है कि सरकारी स्कूलों के मुकाबले निजी शिक्षण संस्थानों में शिक्षा की सुविधाएं और माहौल बेहतर होता है, जबकि सरकारी स्कूलों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। मूलभूत सुविधाओं के साथ ही शिक्षकों की भारी कमी के कारण स्कूलों में शिक्षा का बुरा हाल है। इसकी झलक हाल ही में पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के दसवीं व बारहवीं के नतीजों को देखने में मिली थी। इन परिणामों पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी नाराजगी जाहिर की थी। इसके बाद से इसका इंतजार था कि आखिर कब प्रदेश सरकार की ओर से शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए कोई ठोस कदम उठाया जाएगा। अब तकनीकी शिक्षा मंत्री की पहल से सरकार कम से कम कदम बढ़ाती दिखाई दे रही है। हालांकि निजी शिक्षण संस्थानों से करार से बेहतर तो यह होता कि सरकार सरकारी स्कूलों की ही दशा-दिशा सुधारने पर सोचती। जिन सुविधाओं के कारण सरकार निजी शिक्षण संस्थाओं की ओर हाथ बढ़ा रही है, यदि वैसी ही सुविधाएं सरकारी स्कूलों में भी उपलब्ध करवाई जाएं, पर्याप्त संख्या में और प्रशिक्षित शिक्षकों की तैनाती कर दी जाए तो सरकारी स्कूलों की भी नुहार बदल जाएगी। उम्मीद की जानी चाहिए कि सरकार इस दिशा में भी शीघ्र कदम आगे बढ़ाएगी।

[ स्थानीय संपादकीय : पंजाब ]