झारखंड में पचास लाख तक की संपत्ति की खरीदारी पर महिलाओं को एक रुपये में रजिस्ट्री कराने की जो सुविधा प्रदान की गई है उससे आधी आबादी को निश्चित रूप से आर्थिक मजबूती मिलेगी। महिलाओं के नाम से संपत्ति खरीदने की प्रक्रिया तेज होगी। निर्माण क्षेत्र को भी कहीं न कहीं से फायदा होगा। लेकिन सिर्फ इसी से काम नहीं चलनेवाला। महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार को इससे आगे बढ़कर और बड़े निर्णय लेने होंगे। शिक्षा की समुचित व्यवस्था के साथ-साथ रोजगार के अवसर पैदा करने होंगे। स्वरोजगार के लिए महिलाओं को प्रेरित करने के उपाय खोजने होंगे। उनकी आय बढ़ाने की पहल करनी होगी। महिलाओं के विकास से जुड़ी योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू कराने की मुकम्मल व्यवस्था करनी होगी। उनके कौशल विकास के जतन करने होंगे तभी सही मायनों में महिलाओं के आर्थिक विकास के द्वार खुलेंगे। कहा भी गया है कि एक महिला शिक्षित होती है तो वह एक पीढ़ी को शिक्षित करने का काम करती है। इसी तरह से अगर एक महिला आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो जाती है तो अपने परिवार समेत बच्चों के आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त करती है। महिलाओं के आर्थिक रूप से मजबूत होने से विभिन्न तरीके से होनेवाले शोषण पर अंकुश लग सकेगा। समाज में अपनी आवाज को धारदार बना सकेंगी। मुखर होकर किसी मुद्दे पर अपने विचार रख सकेंगी। इसलिए झारखंड सरकार को इस दिशा में भी गंभीरता के साथ पहल करनी होगी।
जहां तक पचास लाख की संपत्ति की रजिस्ट्री एक रुपये में कराने की बात है, तो इसका लाभ राज्य की कुछेक फीसद महिलाओं को ही मिल सकेगा क्योंकि संपत्ति की खरीदारी तो वही महिला कर सकेगी जिसके पास पैसा होगा। राज्य में गरीबी का कितना बड़ा दायरा है, यह किसी से छिपा नहीं है। ऐसी स्थिति में गरीब परिवार की महिलाओं के लिए सरकार का यह कदम महज एक सुनहरा सपना तब तक बना रहेगा जबतक महिलाएं आर्थिक रूप से संपत्ति की खरीद करने लायक नहीं बन जातीं। वर्तमान माहौल में सरकार को इस पहलू पर गंभीरता से सोचना होगा। इसके साथ ही यह भी व्यवस्था करनी होगी कि सरकार की इस सौगात का कहीं पर और किसी तरह से दुरुपयोग करने के तरीके न खोज लिए जाएं। फिर भी सरकार की इस बात के लिए तो सराहना करनी ही चाहिए कि उसने महिलाओं के विकास के लिए सही व बड़ा कदम उठाया है। इसका दूरगामी असर होगा।
---------------
बल्र्ब
आर्थिक रूप से मजबूत होने से विभिन्न तरीके से होनेवाले शोषण पर अंकुश लगेगा। समाज में महिलाएं अपनी आवाज को धारदार बना सकेंगी।

[ स्थानीय संपादकीय : झारखंड ]