तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए मुकुल रॉय ने अपना फोन कथित तौर पर टैप किए जाने को लेकर केंद्र व पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ शुक्रवार को दिल्ली हाईकोर्ट में मुकदमा ठोका है। पर, सवाल यहां एक यह उठ रहा है कि मुकुल ने बंगाल सरकार के खिलाफ मुकदमा किया है इसे अनुचित नहीं कहा जा सकता पर, केंद्र के खिलाफ? क्योंकि, वह हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं। फिर केंद्र सरकार को क्या आवश्यकता है कि फोन टैपिंग कराए? यहां कुछ कानूनी व तकनीकी पहलू है। केंद्रीय गृह मंत्रालय या फिर राज्य के गृह विभाग व पुलिस के पत्र के बिना किसी का भी टेलीफोन टैपिंग नहीं हो सकता। इसीलिए मुकुल ने केंद्र को भी शामिल कर दिया है ताकि अगर ऐसा कोई आदेश केंद्रीय गृहमंत्रालय की ओर से यदि दिया या नहीं दिया गया है तो फिर टैपिंग किसके कहने पर हुई है, यह प्रमाणित हो सके। हालांकि, मुकदमा दायर करने के बाद मुकुल रॉय ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से दिल्ली में मुलाकात की थी जिसमें सिंह ने उन्हें कहा है कि वे मामले की जांच करा रहे हैं। मुकुल का आरोप है कि पिछले कुछ महीने में कोलकाता और दिल्ली प्रवास के दौरान लगातार उनकी गतिविधियों पर नजर रखी गई। हाईकोर्ट में दायर याचिका में रॉय ने दूरसंचार सेवा प्रदाता महानगर टेलीफोन निगम और वोडाफोन को, उनके या उनके परिजनों को भेजे गए या प्राप्त टेलीग्राफिक संदेश पकडऩे के लिए केंद्र या राज्य सरकार की ओर से अगर निर्देश दिया गया है तो, उसे अदालत में पेश करने का निर्देश देने का अनुरोध किया है। याचिका में यह भी दावा किया है कि बंगाल में कुछ अन्य लोगों ने भी ऐसी आशंका जाहिर की है, जो सत्तारूढ़ तृणमूल से जुड़े नहीं हैं। हाल में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने भी आरोप लगाया है कि चुनिंदा लोगों के मोबाइल फोन बंगाल में टैप किए जा रहे हैं। अगर ऐसा है तो इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए कि आखिर फोन टैप करने के पीछे मंशा क्या है? क्योंकि, आमतौर पर किसी आतंकवादी, अपराधी या फिर ऐसे किसी व्यक्ति की फोन टैपिंग की जाती है जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा हो। पर, एक नेता की फोन टैपिंग की वजह सिर्फ सियासी है तो इसे सामने आना चाहिए। इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी केंद्र सरकार पर अपने फोन की टैपिंग का आरोप लगा चुकी हैं। अब उनके सरकार पर यह आरोप लग रहा है।
-----------------
(हाईलाइटर::: आमतौर पर किसी आतंकवादी, अपराधी या फिर ऐसे किसी व्यक्ति की फोन टैपिंग की जाती है जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा हो। पर, एक नेता की फोन टैपिंग की वजह सिर्फ सियासी है तो इसे सामने आना चाहिए।)

[ स्थानीय संपादकीय: पश्चिम बंगाल ]