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स्टेट ट्रांसपोर्ट सलाहकार कमेटी और विधानसभा की तरफ से गठित हाउस कमेटी ने समय-समय पर सड़क हादसों पर अंकुश के लिए कई सुझाव दिए पर अमल नहीं हुआ
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राज्य में बढ़ते सड़क हादसों को देखते हुए सरकार ने बगैर फिटनेस के सड़कों पर दौडऩे वाले कॉमर्शियल वाहनों को जब्त किए जाने के निर्देश तो सही है लेकिन ट्रैफिक एवं रीजनल ट्रांसपोर्ट कार्यालयों में जिस तरह भ्रष्टाचार सुरसा की तरह मुंह बाए खड़ा है, उसे देखते हुए सरकार को इस आदेश को लागू करवाने में काफी मेहनत करनी होगी। सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के बाद राज्य में पहले ही 25 साल पुराने वाहनों के यहां चलने के निर्देश नहीं है। बेशक इन वाहनों की फिटनेस नहीं हो पाती फिर भी राज्य के दूर दराज इलाकों में ऐसे वाहन अभी भी सड़कों पर दौड़ रहे हैं। जम्मू-कश्मीर को छोड़ देश के सभी प्रदेशों में 15 साल पुराने वाहनों को सड़कों पर चलने की अनुमति नहीं है, लेकिन विडंबना यह है कि राज्य में ऐसे वाहन दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। ऐसे कॉमर्शियल वाहनों में मिनी बसों की संख्या अधिक है, जो राज्य के दूरदराज पहाड़ी इलाकों में चल रही है। इन क्षेत्रों में यात्री बसों की पहले ही कमी है जिस कारण पुरानी खटारा मिनी बसे धड़ल्ले से यातायात नियमों को ठेंगा दिखा रही हैं। इतना ही नहीं, जम्मू संभाग के पहाड़ी जिले डोडा, किश्तवाड़, रामबन, रियासी, पुंछ, राजौरी व दूर दराज के इलाकों में जर्जर सड़कों, ओवर लोडिंग व ट्रैफिक की लचर व्यवस्था से सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि हो रही है। कई बार चालकों की लापरवाही की खामियाजा भी लोगों को भुगतना पड़ता है। पिछले पांच वर्ष जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं के मुकाबले में सड़क हादसों में अधिक लोगों की जान गई है। बेशक सरकार को स्टेट ट्रांसपोर्ट सलाहकार कमेटी और राज्य विधानसभा की तरफ से गठित हाउस कमेटी ने समय-समय पर सड़क हादसों पर अंकुश के लिए कई सुझाव दिए लेकिन अमल नहीं हो पाया। राज्य में औसतन हर वर्ष करीब 6000 सड़क हादसों में एक हजार से अधिक लोगों की मौत हो रही है। हादसे का बड़ा कारण कॉमर्शियल वाहनों में तकनीकी खराबी भी है। रविवार को बाबा अमरनाथ के श्रद्धालुओं को ले जा रही बस हादसा भी पिछला टायर फट जाने से हुआ। इसमें 17 श्रद्धालुओं की जान चली गई। सरकार का दायित्व बनता है कि बिना फिटनेस वाले कॉमर्शियल वाहनों को जब्त करे। इसमें यह नहीं देखा जाए कि ट्रांसपोर्ट चलाने वाली कंपनी का मालिक कितना प्रभावशाली है।

[ स्थानीय संपादकीय : जम्मू-कश्मीर ]