नई दिल्ली नगर पालिका परिषद द्वारा पालिका बाजार में रिवर्स वेंडिंग मशीन लगाना दिल्ली को स्वच्छ रखने और कचरा निष्पादन की दिशा में सराहनीय पहल है। इस मशीन को जिस तरह से जन जागरूकता का माध्यम बनाया गया है, वह भी सराहनीय है। पानी की बोतल और केन इधर-उधर फेंकने के बजाय इस मशीन में डाला जाएगा तो इनाम भी मिलेगा। इनाम में मोबाइल रिचार्ज कूपन, फ्री वाई फाई की सुविधा, डिस्काउंट कूपन शामिल रहेंगे। नि:संदेह इस ओर लोग आकर्षित होंगे। दिल्ली में कचरे की समस्या बढ़ती जा रही है। जागरूकता का अभाव कहें या फिर लापरवाही। लोग खा पीकर कुछ भी इधर-उधर फेंक देते हैं। यह लापरवाही दिल्ली को खासा नुकसान पहुंचा रही है। एक तो कचरा बढ़ता है, जिसके निष्पादन का अभी कोई ठोस प्रबंध है नहीं। फिर यह लापरवाही स्वच्छता के अभियान में भी रोड़ा बनती है। अब देखिए, गत वर्ष स्वच्छ भारत रैंकिंग में एनडीएमसी को चौथा स्थान मिला था। वजह, रैंकिंग विश्लेषण के दौरान पार्को और बाजारों में प्लास्टिक की बोतलें और केन जहां तहां पड़ी मिलीं। कहने का मतलब यह कि हम अपनी ही गलतियों से अपने शहर और देश की छवि खराब कर रहे हैं। अपने व्यवहार, प्रवृत्ति और मानसिकता में बदलाव हमें खुद ही लाना होगा और इस दिशा में एनडीएमसी का यह प्रयास वाकई सार्थक सिद्ध होगा। एटीएम की तरह दिखने वाली यह मशीन काफी आधुनिक है। इसमें एलईडी लाइट और डिस्प्ले मॉनिटर भी लगा है। मशीन की क्षमता 600 बोतल है। मशीन भरते ही इसको खाली किया जाएगा और रिसाइक्लिंग के लिए भेज दिया जाएगा। अभी यह मशीन पालिका बाजार के गेट नंबर दो पर लगी है लेकिन जल्द ही नई दिल्ली क्षेत्र के 17 अन्य स्थानों पर भी लगाए जाने की योजना है।

उम्मीद की जा सकती है कि इनाम के लालच में ही सही, लोग इस मशीन का प्रयोग करेंगे। जब लोग अपनी खाली बोतलें और केन इस मशीन में डालने लगेंगे तो शहर में इधर उधर कूड़ा कम और सफाई ज्यादा नजर आएगी। अगर इस मशीन के सकारात्मक परिणाम सामने आते हैं तो भविष्य में नगर निगम भी इस ओर प्रेरित हो सकता है। नगर निगम 97 फीसद दिल्ली को कवर करता है। यदि ऐसा हो गया तो निकट भविष्य में दिल्ली काफी हद तक प्लास्टिक कचरे से मुक्त हो सकती है। पॉलीथिन के बाद प्लास्टिक कचरे में सबसे बड़ा हिस्सा प्लास्टिक की केन और बोतलों का ही है। इसलिए इस प्रयास को सफल बनाने में भी सभी को सहयोग करना चाहिए।

(स्थानीय संपादकीय ; दिल्ली)