समयबद्धता के साथ संकल्पों को पूरा करने का शत-प्रतिशत प्रयास किसी भी सरकार और सुशासन के लिए शुभ संकेत होता है। प्रदेश में योगी सरकार के 100 दिन पूरे हो चुके हैं। इन सौ दिनों की उपलब्धियां सरकार ने जनता के सम्मुख रखने का प्रयास किया है। निश्चित रूप से सरकार गठन के दिन से ही वादों और संकल्पों को पूरा करने की सरकार में जल्दी दिखी। सरकार के फैसलों और कदमों की सूची लंबी है लेकिन, बड़ा फैसला किसानों की ऋ ण माफी का रहा। सरकार की ताजा उपलब्धि में ग्रेटर नोएडा के जेवर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने की केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय की घोषणा भी शामिल है। यह भले ही प्रदेश सरकार का फैसला नहीं बल्कि केंद्र सरकार से मिला उपहार है लेकिन, यह उपलब्धि प्रदेश सरकार के ही खाते में जुड़ेगी। निश्चित रूप से इससे प्रदेश के

विकास को रफ्तार मिलेगी। कुल मिलाकर इन सौ दिनों में ही सरकार के पास उपलब्धियां गिनाने के लिए बहुत  कुछ है, पर इससे इतर भी ऐसा बहुत कुछ है जिस पर सरकार को गंभीरता से ध्यान देने और काम करने की जरूरत है। सबसे ज्यादा जरूरी है। कानून-व्यवस्था को और चुस्त-दुरुस्त बनाने के अलावा मशीनरी को और अधिक साधन संपन्न बनाना।

कानून-व्यवस्था ही ऐसा पहलू है जिस पर लोगों का ध्यान जल्दी जाता है। पिछले कुछ दिनों में हुईं घटनाएं इस बात की सुबूत भी हैं। सहारनपुर हिंसा हो या जेवर में सामूहिक दुष्कर्म कांड, मथुरा में लूट और सर्राफ हत्याकांड हो या ऐसी ही अन्य घटनाएं, कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार की आलोचना का सबब बनीं। सरकार के सामने दूसरी चुनौती है शिक्षा व्यवस्था में सुधार क्योंकि सरकार ने भले ही इस दिशा में कदम बढ़ाए हों लेकिन, अभी काफी काम बाकी है। शिक्षा में गुणात्मक बदलाव लाने के लिए अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। बिजली, पानी, सड़क, रोजगार, आवास, स्वास्थ्य, परिवहन जैसे अन्य कई मोर्चे हैं, जिन पर गंभीरता से काम करना होगा। कुल मिलाकर सौ दिनों में सरकार ने जितनी उपलब्धियां हासिल की हैं, चुनौतियां उससे ज्यादा हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि सरकार इस अग्नि परीक्षा में भी सफल होगी। 

[ स्थानीय संपादकीय : उत्तर प्रदेश ]