मोबाइल और इंटरनेट से बच्चों और युवाओं का सामाजिक जीवन तबाह हो रहा है। वे दिनभर ऑनलाइन गेम और सोशल साइट पर चिपके रहते हैं। यही कारण है कि एम्स ने व्यावहारिक लत को छुड़ाने के लिए क्लीनिक शुरू किया है। सभी लोगों को खास तौरपर मां-बाप को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनके बच्चों का ज्यादातर समय स्मार्टफोन और लैपटॉप पर तो नहीं बीत रहा है। अगर ऐसा है तो आपको सचेत हो जाना चाहिए। हो सकता है कि ये इंटरनेट और डिजिटल दुनिया की लत लगने की निशानी हो। ऐसे लोग एम्स के मनोचिकित्सा विभाग द्वारा शुरू इस विशेष क्लीनिक की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनको कहीं हमेशा मोबाइल अपने साथ रखने की आदत तो नहीं। कहीं देर रात तक स्मार्टफोन, लैपटॉप के कारण आपके सोने-जगने के समय में बदलाव और खाने-पीने के वक्त व आदतों में बदलाव तो नहीं हो रहा। कहीं परिजनों व दोस्तों के घर आने-जाने और उनसे बातचीत से कतराने का मन तो नहीं करता। अगर ऐसा है तो आपको संभलने की जरूरत है। किसी से बात करते वक्त भी मोबाइल स्क्रीन को देखते रहना, मोबाइल न चलने या न मिलने पर झल्लाहट होना, कॉल से ज्यादा टेक्स्ट मैसेज का इस्तेमाल करना भी इसी श्रेणी में आता है। एम्स के अलावा भी कई ऐसी संस्थाएं हैं, जो इस लत को छुड़ाने के लिए काम कर रही हैं। कई संस्थाएं वर्कशॉप और काउंसिलिंग सत्र भी आयोजित करती हैं, जिसमें बच्चे अपनी बात कह सकते हैं। इसमें बच्चों को साथ बैठाकर शतरंज, कैरम जैसे इंडोर गेम्स खिलाए जाते हैं। उन्हें थोड़ा समय इंटरनेट से दूर रखने की कोशिश की जाती है।
ऐसा नहीं है कि इंटरनेट का इस्तेमाल करना ही गलत है। इसका सीमित तौर पर केवल जरूरत के समय इस्तेमाल किया जाए तो इससे नुकसान नहीं होता। इससे बच्चों को खासतौर पर बचाने की जरूरत है। दो साल की उम्र से ही बच्चे जब प्रीस्कूल और होम ट्यूशन में जाने लगते हैं। तभी से उनके जीवन में तनाव बनना शुरू हो जाता है। जैसे-जैसे वे बड़े होते जाते हैं, उनसे उम्मीदें रखी जाती हैं। परीक्षाओं में अच्छे अंक लाने का दबाव होता है। ऐसे में इंटरनेट उन्हें एक तनाव रहित माहौल देता है और वे उसमें समाते चले जाते हैं। मोबाइल और इंटरनेट हमारे लिए आज अनिवार्य हो गए हैं। बच्चों के स्कूल के होमवर्क से लेकर प्रोजेक्ट तक अब ऑनलाइन ही जमा किए जाते हैं। ऐसे में उनका इससे पूरी तरह से अलग रह पाना संभव नहीं है।

[ स्थानीय संपादकीय : दिल्ली ]