पश्चिम बंगाल में संघ परिवार की गतिविधियां तेज हो गई हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के निर्देश पर सभी शाखा संगठनों की सक्रियता बढ़ी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चाहे जितना भी कहें कि राज्य में वह सांप्रदायिक ताकतों को बढऩे नहीं देंगी, लेकिन अब इसे रोकना उनके वश की भी बात नहीं है। पिछले पांच-छह वर्षों में पश्चिम बंगाल में आरएसएस की गतिविधियां सबसे अधिक बढ़ी है। पिछले दिनों ममता सरकार के अनुमति नहीं देने के बावजूद हाईकोर्ट के निर्देश पर संघ प्रमुख मोहन भागवत कोलकाता के शहीद मीनार में सभा कर चुके हैं। उसके बाद महानगर समेत राज्य के विभिन्न जिलों में संघ सेवकों को परेड करते हुए देखा जा रहा है। वाममोर्चा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती का कहना है कि ममता बनर्जी के शासन काल में ही राज्य में संघ परिवार का विस्तार हुआ है। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी का कहना है कि तृणमूल कांग्रेस इसे राजनीतिक रूप से मुकाबल करेगी। ंिहंदू संहति नाम की एक संस्था ने ममता सरकार की अल्पसंख्यक तुष्टीकरण के विरुद्ध अभियान शुरू किया है। प्रत्यक्ष रूप से आरएसएस से नहीं जुड़े होने के बावजूद ङ्क्षहदूू संहति ङ्क्षहदुओं के हितों की रक्षा के लिए सक्रिय है। खबर है कि अगले सप्ताह नंदीग्राम में ङ्क्षहदूू संहति जागरूकता अभियान शुरू करेगी। अगले माह कोलकाता के रानी रासमणि रोड में विश्व ङ्क्षहदू परिषद भी सभा करने की तैयारी में है। बंगाल के बुद्धिजीवियों का समर्थन पाने के लिए श्यामा प्रसाद रिसर्च फाउंडेशन ने अगले माह महानगर के आइसीसीआर सभागार में एक बड़ा सेमिनार का आयोजन किया है। सेमिनार में बंगाल के बुद्धिजीवियों खासकर संघ पंथियों का जमावड़ा होगा।
उपरोक्त उदाहरण गिनाने का तात्पर्य यह है कि पश्चिम बंगाल में जहां संघ परिवार को कभी एक सभा करने की भी छूट नहीं थी और भाजपा एक तरह से बंगाल की जनता के लिए कभी अछूत थी वहां केसरिया रंग अब गहराने लगा है। सरकार ने आरएसएस संचालित स्कूलों पर अंकुश लगाने की घोषणा की है लेकिन इससे वह उसके फैलने से रोक नहीं सकती। रोक लगाने और गतिविधियों पर अंकुश लगाने से संघ का और विस्तार होगा और लोगों में उसकी विचारधारा भी फैलेगी। इससे कुल मिला कर भाजपा का लाभ होगा। संघ परिवार की हर गतिविधियां भाजपा के विस्तार का मार्ग प्रशस्त करेगी।
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(हाईलाइटर:::सरकार ने आरएसएस संचालित स्कूलों पर अंकुश लगाने की घोषणा की है लेकिन इससे वह उसके फैलने से रोक नहीं सकती। रोक लगाने और गतिविधियों पर अंकुश लगाने से संघ का और विस्तार होगा।)

[ स्थानीय संपादकीय : पश्चिम बंगाल ]