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दिल्‍ली के सरकारी अस्पतालों में अब VVIP भी रहेंगे 'आम' की तरह - क्‍यों, पढ़ें खबर

दिल्ली सरकार अब अपने अधीन आने वाले उन तमाम सरकारी अस्पतालों में से वीवीआईपी वार्ड खत्म करेंगी, जहां एक व्यक्ति के लिए बड़े-बडे कमरे बनाएं गए थे।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sat, 13 Feb 2016 10:05 AM (IST)Updated: Sat, 13 Feb 2016 04:09 PM (IST)
दिल्‍ली के सरकारी अस्पतालों में अब VVIP भी रहेंगे 'आम' की तरह - क्‍यों, पढ़ें खबर

नई दिल्ली । दिल्ली सरकार अब अपने अधीन आने वाले उन तमाम सरकारी अस्पतालों में से वीवीआईपी वार्ड खत्म करेंगी, जहां एक व्यक्ति के लिए बड़े-बडे कमरे बनाएं गए थे।

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राजधानी के सभी अस्पतालों में अब कोई 'खास' वॉर्ड नहीं होगा। सभी जनरल वॉर्ड होंगे ताकि मरीजों के लिए अधिक से अधिक बेड लगाए जा सकें। दिल्ली सरकार में वीवीआईपी कल्चर खत्म करने के बाद दिल्ली सरकार अब अस्पतालों से भी वीवीआईपी कल्चर खत्म करने जा रही है।

शुक्रवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेन्द्र जैन ने बताया कि दिल्ली सरकार हर अस्पताल को आम आदमी के लिए खास बनाना चाहती है न की खास आदमी के लिए। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा पीतमपुरा स्थित भगवान महावीर अस्पताल में एक पूरे फ्लोर पर सिर्फ प्राइवेट वॉर्ड बना है। इसमें एक कमरे में सिर्फ दो बेड लगा है, जबकि इसे जनरल वॉर्ड बनाया जाए तो इस अस्पताल में दो सौ बेड अतिरिक्त हो जाएंगे।

इसी प्रकार एलएनजेपी अस्पताल में थोड़ा से हेरफेर कर 600 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था अभी की जा सकती है। इमरजेंसी वॉर्ड में सिर्फ 18 बेड लगे हुए हैैं जिसे थोड़ा सा स्थान परिवर्तित कर 50 बेड लगाया जा सकता है। सरकार ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है। जैन ने कहा कि पहले की सरकारों ने योजनाएं इस तरीके से बनाई की लोग सरकार के पास आते थे, लेकिन हमारी सरकार अब लोगों के पास जा रही है।

मोहल्ला क्लीनिक और आम आदमी पॉली क्लीनिक इसके उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने निर्णय लिया हैं कि हमसे पहले जिन सरकारों 20 साल में 10 हजार बैड दिए हम 3 साल में इन बिस्तरों को दोगुना कर देंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए कई स्तर पर काम किया जा रहा है।

हमने अस्पतालों में सर्वे करके पाया है कि जिन अस्पतालों में आम नागरिक का एक बिस्तर पर तीन लोगों का इलाज किया जा रहा, वहीं दूसरी ओर उसी अस्पताल में वीवीआईपी के लिए 10 बिस्तरों की जगह पर एक व्यक्ति का इलाज किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में अस्पतालों की हालत बहुत खराब है, जिसको सुधारने के लिए हमारी सरकार काफी काम कर रही है। इसमें सभी अस्पतालों से वीवीआईपी रूम तोडऩे का काम किया जाएगा और आने वाले 31 दिसंबर 2017 तक हम सभी अस्पतालों में 10 हजार बिस्तरों को बढ़ाकर दोगुना कर देंगे। जैन ने कहा कि हमारी कोशिश एक व्यक्ति को एक बिस्तर इलाज के लिए मुहैया कराने की कोशिश है।

एयरकंडीशन से लैस होंगे अस्पताल, हेल्थ कार्ड के जरिए होगा ऑनलाइन रिकार्ड
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दावा किया कि दिल्ली सरकार देश और विदेश में उपयोग की जाने वाली बेहतर तकनीक उपयोग करके एक हेल्थ कार्ड बनाएंगी और दिल्ली के हर मरीज का डाटा कप्यूटरराइज्ड करेगी। उन्होंने कहा कि यह अब तक सबसे हाईटेक तकनीक होगी।

उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार सभी अस्पतालों को रिनोवेट कर रही है। इसकी दिशा में लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में एक हाईटेक ब्लॉक का निर्माण किया जाएगा। वहीं दिल्ली के अन्य अस्पतालो में भी ऐसा किया जाएगा। इसमें एलएनजेपी अस्पताल का नाम शामिल है।

उन्होंने बताया कि आईसीयू में बिस्तर बढाएं जाएंगे। सभी मशीनों को दुरूस्त किया जाएगा। वहीं दिल्ली हमने पांच नए अस्पताल बनाने का काम शुरू कर दिया है, जिसमें मादीपुर, सरिता विहार, विकासपुरी और सिरसपुर का नाम शामिल है। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार को अस्पताल बनाने के लिए जगह चाहिए, लेकिन उपराज्यपाल भाजपा को ऑफिस खोलने के लिए एक सप्ताह में जगह दे देते हैं, लेकिन उन्होंने 10 अस्पतालों के लिए हमारी मांग पर अभी तक विचार नहीं किया है।


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