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कभी अमिताभ के लिए चुनौती बने विनोद खन्ना का निधन, जानिये दिल्ली क्यों आया था परिवार

क्‍या आप जानते है कि सिने स्‍टार विनोद खन्ना का दिल्‍ली से गहरा नाता है। वह तीन वर्ष दिल्‍ली में भी रहे। क्‍यों पढ़ें ...

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 27 Apr 2017 02:39 PM (IST)Updated: Fri, 28 Apr 2017 12:42 PM (IST)
कभी अमिताभ के लिए चुनौती बने विनोद खन्ना का निधन, जानिये दिल्ली क्यों आया था परिवार
कभी अमिताभ के लिए चुनौती बने विनोद खन्ना का निधन, जानिये दिल्ली क्यों आया था परिवार

नई दिल्ली (जेएनएन)। अभिनय और स्टारडम के मामले में मिलेनियम स्टार अमिताभ और राजेश खन्ना को टक्कर देने वाले विनोद खन्ना का दिल्ली से भी दिल का नाता रहा है।

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आजादी के बाद जब देश के दो टुकड़े (भारत-पाकिस्तान) हुए तो विनोद खन्ना का परिवार पाकिस्तान के पेशावर में जमा जमाया टेक्सटाइल्स का अपना कारोबार छोड़कर मुंबई आया था। यहां पर विनोद खन्ना की प्राथमिक शिक्षा-दीक्षा हुई। विनोद खन्ना ने मुंबई के सेंट मैरी और सेंट जेवियर्स हाई स्कूल में पढ़ाई की थी। कहा जाता है कि विनोद खन्ना का परिवार 1957 में बेहतर कारोबार के सिलसिले में दिल्ली चला आया।

बताया यह भी जाता है कि तीन साल तक विनोद खन्ना यहीं रहे। यहां पर उन्होंने जिंदादिली से जिंदगी जी। इसके बाद फिर 1960 में परिवार वापस मुंबई चला गया। 

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गौरतलब है कि विनोद खन्ना का बृहस्पतिवार को निधन हो गया। वे 70 साल के थे। पिछले कुछ दिनों से वे कैंसर से जूझ रहे थे. पिछले दिनों उनकी एक फोटो वायरल हुई थी जिसमें वे काफी अस्वस्थ दिख रहे थे।

गुलजार की फिल्म 'मेरे अपने' में किया था दमदार अभिनय

1971 में फिल्मकार गुलज़ार द्वारा रचित व निर्देशित हिंदी फ़िल्म मेरे अपने में अभिनेता विनोद खन्ना ने दमदार अभियान किया था। यह फ़िल्म बांगला फ़िल्म 'आपनजन' का हिंदी रूपांतर है, जिसमें मुख्य भूमिका मीना कुमारी, विनोद खन्ना, शत्रुघन सिन्हा, देवेन वर्मा, पेंटल, असित सेन, असरानी, डैनी डेन्जोंगपा, कैस्टो मुखर्जी, ए के हंगल, दिनेश ठाकुर, महमूद और योगिता बाली ने निभाई है। वहीं, इस फिल्म में शत्रुघ्न सिन्हा और विनोद खन्ना की केमिस्ट्री को खूब पसंद किया गया था। इसमें विनोद खन्ना ने श्याम का किरदार निभाया था। 

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पढ़ें विनोद खन्ना का फिल्मी सफर

विनोद खन्ना ने 'मेरे अपने', 'कुर्बानी', 'पूरब और पश्चिम', 'रेशमा और शेरा', 'हाथ की सफाई', 'हेरा फेरी', 'मुकद्दर का सिकंदर' जैसी कई शानदार फिल्में की हैं। विनोद खन्ना का नाम ऐसे एक्टर्स में शुमार था, जिन्होंने शुरुआत तो खलनायक के किरदार से की थी, लेकिन बाद में हीरो बन गए. विनोद खन्ना ने 1971 में सोलो लीड रोल में फिल्म 'हम तुम और वो' में काम किया था।

यह भी जानें 

विनोद खन्ना का जन्म एक व्यापारिक परिवार में 6 अक्टूबर 1946 को पेशावर ,ब्रितानी भारत (वर्तमान पाकिस्तान) में हुआ था। उनका परिवार अगले साल 1947 में हुए भारत-पाक विभाजन के बाद पेशावर से मुंबई आ गया था। उनके माता-पिता का नाम कमला और किशनचंद खन्ना था। 1960 के बाद की उनकी स्कूली शिक्षा नासिक के एक बोर्डिग स्कूल में हुई वहीं उन्होंने सिद्धेहम कॉलेज से वाणिज्य में स्नातक किया था।

इनके तीन पुत्र और एक पुत्री है जिसमें अक्षय खन्ना और राहुल खन्ना जो कि दोनों फ़िल्म अभिनेता हैं। 27 अप्रैल 2017 को लम्बे समय से कैंसर से पीड़ित रहने के कारण मुम्बई के एच एन रिलायंस अस्पताल में निधन हो गया।


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