सर्कल रेट के पुनर्मूल्यांकन की आवश्यकता: वेद प्रकाश गुप्ता
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली: मास्टर प्लान कमेटी के पूर्व सदस्य एवं नगर निगम सदन के पूर्व उप
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली: मास्टर प्लान कमेटी के पूर्व सदस्य एवं नगर निगम सदन के पूर्व उप नेता वेद प्रकाश गुप्ता ने विभिन्न क्षेत्रों में सम्पत्ति के लिए निर्धारित सर्कल रेट के पुनर्मूल्यांकन की मांग की है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मुद्रा विनिमय के लिए उठाये कदमों के पश्चात दिल्ली भर के विभिन्न क्षेत्रों के सर्कल रेट की तुलना में प्रॉपर्टी के दामों में भारी गिरावट आई है। गुप्ता का कहना है कि पहले भी निर्धारण त्रुटिपूर्ण थी, जैसे ए श्रेणी में आने वाली सभी सम्पत्तियों के बाजार रेट में भिन्नता थी, लेकिन सर्कल रेट के कारण एक ही दर पर आंकलन किया जाता था। विशेष कर व्यावसायिक व औद्योगिक श्रेणी का यूज फैक्टर दो , तीन व चार भी न्याय संगत नहीं था। नरेला, बवाना, मुंडका आदि औद्योगिक क्षेत्रों का सर्कल रेट वास्तविक दर से लगभग दो गुना था, जिसके कारण रजिस्ट्री के दौरान अधिक ड्यूटी देनी पड़ती थी। अब समस्या और भी अधिक विकराल हो चुकी है। इसलिए सर्कल रेट का नए सिरे से मूल्यांकन किया जाना चाहिए। गुप्ता का कहना है कि मैंने पहले भी कई स्तरो पर अवगत कराया था कि सम्पत्तियों के नियमितीकरण की दर बहुत अधिक होने के कारण लोगों ने नियमितीकरण कराने का कार्य लगभग बंद कर दिया है, जिसे 2013 से पूर्व के दरों पर किया जाना चाहिए। गुप्ता का कहना है कि दिल्ली नगर निगम ने सम्पत्ति कर में एमनेष्टी स्कीम (विशेष प्रोत्साहन योजना, पुराने ब्याज व पेनल्टी माफी) लाकर जनता को राहत देने का प्रयास किया है। नि:संदेह इसकी कामयाबी का कारण मुद्रा विनिमय भी रहा है। किन्तु यह ध्यान रखना भी जरूरी है कि आगे का सम्पत्ति कर नियमित तौर पर लिया जाए।