मॉडलिंग में होगी किन्नरों की दस्तक, कैटवॉक भी करते नजर आएंगे
देश में मॉडलिंग क्षेत्र का चेहरा बदलने वाला है। किन्नर आने वाले दिनों में नामी डिजाइनरों के परिधानों के साथ रैंप पर कैटवॉक करते नजर आएंगे। 2014 की जनगणना के मुताबिक देश में 4 लाख 90 हजार किन्नर हैं। दिल्ली में ही किन्नरों की संख्या 1500 से अधिक है। रुद्राणी के
नई दिल्ली (नेमिष हेमंत)। किन्नर आने वाले दिनों में नामी डिजाइनरों के परिधानों के साथ रैंप पर कैटवॉक करते नजर आए या किसी नामी कंपनी के प्रोडक्ट के एड में नजर आए तो हैरानी नहीं होनी चाहिए। भारत में मॉडलिंग क्षेत्र का चेहरा बदलने वाला है। इस सेक्टर में किन्नरों ने दस्तक देने की तैयारी की है।
आज राष्ट्रीय राजधानी में मॉडलिंग के क्षेत्र में भारत का पहला किन्नर ऑडिशन होगा, जिसमें 50 से अधिक किन्नर मॉडल भाग लेंगे। वैसे, किन्नर मॉडलों में अभी से कुछ डिजाइनर और एड कंपनियां दिलचस्पी दिखाने लगी हैं।
भारत में कुछ माह पहले ही किन्नर मॉडल एजेंसी अस्तित्व में आई है। अभी तक थाइलैंड व अमेरिका जैसे कुछ एक देशों में ही किन्नर मॉडल एजेंसी काम कर रही है। अब इस भारतीय एजेंसी द्वारा मालवीय नगर में आज पहला ऑडिशन लिया जाएगा। इसमें से चुने गए किन्नर रैंप पर कैटवॉक करते नजर आएंगे।
मॉडल एजेंसी, किन्नर मॉडल रुद्राणी छेत्री चौहान और ट्रांसजेंडरों के अधिकारों के लिए काम करने वाले संगठन मित्र ट्रस्ट के प्रयासों का नतीजा है। दैनिक जागरण से बातचीत में चौहान ने कहा कि अभी तक किन्नर महिला के रूप में मॉडलिंग करते नजर आते हैं।
किन्नरों में सजने-संवरने का पहलू है। उसी को अब आधार बनाने का प्रयास है जिससे कि वह समाज की मुख्यधारा में आ सकें। 2014 की जनगणना के मुताबिक देश में 4 लाख 90 हजार किन्नर हैं। दिल्ली में ही किन्नरों की संख्या 1500 से अधिक है।
रुद्राणी के मुताबिक इस ऑडिशन में पांच किन्नरों का चयन कर उन्हें मॉडलिंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। किन्नर मॉडलों के प्रयोग पर कुछ डिजाइनों और एड कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है।