पुराने किले में एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर नहीं चल सकेंगे प्रेमी जोड़े, मानने होंगे ये नियम
सरकार की गाइडलाइन का पालन कराने के लिए पुराने किले के अंदर गार्ड की तैनाती गई है जो साफ तौर से लोग पर नजर रखेंगे।
नई दिल्ली [राहुल सिंह]। पुराने किले में अधिकतर प्रेमी युगल हाथों में हाथ डालकर आते-जाते दिखाई देते थे, लेकिन अब कोरोना वायरस के कारण ऐसा नहीं होगा। सरकार की गाइडलाइन का पालन कराने के लिए पुराने किले के अंदर गार्ड की तैनाती गई है, जो साफ तौर से लोग पर नजर रखेंगे। वह दो गज की मीटर की दूरी का पालन नहीं करने वाले लोग को अलर्ट करेंगे, जिसके बाद भी अगर किसी ने पालन नहीं किया तो उन्हें बाहर जाने तक के लिए हिदायत दे सकते हैं। इसके अलावा वह किसी भी स्मारक किसी भी वस्तु को नहीं छूएंगे। पुराने किले में अधिकारियों और कर्मचारियों का कहना है कि कोरोना वायरस को लेकर सरकार द्वारा बनाई गईं सभी गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि संक्रमण के डर से टिकट की खिड़की को बंद किया गया है। इसके स्थान पर लोग ऑनलाइन टिकट बुक कर ही अंदर जा सकते हैं। साथ ही प्रवेश से पहले गेट पर सभी लोग की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है, जिसके भी शरीर का तापमान अधिक हुआ तो उसे प्रवेश नहीं दिया जाएगा। वहीं, स्पेशल गार्ड तैनात किए गए हैं जो अंदर बैठे लोगों पर नजर रखेंगे। अगर कोई व्यक्ति एक दूसरे के नजदीक बैठा दिखा तो उन्हें बताया जाएगा कि वह दो मीटर की दूरी के नियम का पालन करें।
वहीं, स्मारक की किसी भी ग्रिल और अन्य वस्तुओं को छूने पर भी रोक लगाई गई है। भजनपुरा से आए युवक-युवतियों ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि सोमवार से दिल्ली के स्मारक खुल रहे हैं, जिसके बाद वह पुराने किले में घूमने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कहा कि वह जमीन पर एक साथ बैठे थे। तभी पीछे से आए गार्ड ने उन्हें अलग-अलग बैठकर बात करने के लिए कहा।
सुरेंद्र पलवार (पर्यटक) का कहना है कि तीन महीने बाद पुराना किला खुला है तो बहुत अच्छा लग रहा है। लंबे समय से यहां आने के बारे में सोच रहे थे। सरकार की गाइडलाइन का पालन कराने के लिए कड़ी सुरक्षा की गई है।
भारती (पर्यटक) का कहना है कि पति के साथ घूमने के लिए आई हूं। यहां आकर अच्छा लग रहा है। एक साथ बैठने वाले लोगों को गार्ड अलर्ट कर रहे हैं। लोग को समझा रहे हैं कि शारीरिक दूरी का पालन करें।
विजेंद्र पीपल (पर्यटक) की मानें तो कोरोना से पहले पुराने किले में आने वाले अधिकतर लोग हाथों में हाथ डाले हुए नजर आते थे, लेकिन तीन महीने बाद स्थिति बिल्कुल बदल गई है। कोरोना से बचने के लिए प्रबंधन अच्छे कदम उठा रहा है।
नितिका (पर्यटक) का कहना है कि तीन महीने पहले तक प्रवेश के लिए खिड़की से टिकट मिल जाती थी, लेकिन अब कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने ऑनलाइन टिकट की व्यवस्था की है।