जेएनयू के छात्र-छात्राएं अब ऑनलाइन जान सकेंगे अपनी क्लास का समय
विवि के सभी 50 स्कूल व केंद्रों में पढ़ाए जाने वाले विषयों के समय की जानकारी ऑनलाइन प्लेटफार्म पर मिलेगी।
नई दिल्ली (राहुल मानव)। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों को अब अपनी कक्षाओं का समय जानने का ऑनलाइन विकल्प मिलेगा। विवि प्रशासन ने गत तीन माह में ऑनलाइन कॉमन टाइम टेबल तैयार किया है। इससे विवि के सभी 50 स्कूल व केंद्रों में पढ़ाए जाने वाले विषयों के समय की जानकारी ऑनलाइन प्लेटफार्म पर मिलेगी। इसके साथ ही छात्रों को किसी भी विषय की कक्षा में बैठने का विकल्प भी मिलेगा। इसके लिए एक सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। छात्रों को अपनी कक्षाओं का समय जानने के लिए सॉफ्टवेयर में आवेदन करना होगा। कॉमन टाइम टेबल का पहला ट्रायल आगामी दो हफ्ते में शुरू हो जाएगा। अभी शुरुआती ट्रायल में वेबसाइट पर लिंक डाला जाएगा, जिस पर क्लिक करते ही सॉफ्टवेयर खुल जाएगा।
कौन सी कक्षा किस केंद्र में है मिलेगी जानकारी
जेएनयू के कुलपति एम. जगदीश कुमार ने बताया कि विवि पहली बार इस तरह की सुविधा शुरू करने जा रहा है। इसके तहत सभी केंद्रों की कक्षाओं का समय ऑनलाइन देखा जा सकेगा और यह कॉमन प्लेटफॉर्म पर होगा। अगर किन्हीं दो विषयों की कक्षाओं का समय एक ही होगा तो उसका जल्द ही समाधान निकाला जाएगा। सॉफ्टवेयर की प्रणाली में समय-समय पर बदलाव किए जाएंगे।
भविष्य में एनरोलमेंट नंबर से भी देख सकेंगे टाइम टेबल
जेएनयू की टाइम टेबल कमेटी के अध्यक्ष पवन धर ने बताया कि इससे छात्रों को सभी कक्षाओं के समय की जानकारी पहले ही मिल जाएगी, जिससे वे कक्षा में समय पर पहुंच सकेंगे। इससे बेहतर अनुशासन सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। भविष्य में छात्र अपने एनरोलमेंट नंबर के जरिये भी सभी कक्षाओं के टाइम टेबल देख सकेंगे। इस योजना को अकादमिक परिषद में मंजूरी दे दी गई है। इसे विवि के संचार एवं सूचना सेल के प्रोफेसर डॉ. संजीव शर्मा ने तैयार किया है। जेएनयू के सभी स्कूल व केंद्रों से उनकी कक्षाओं के समय मांगे गए थे, जिसके बाद कॉमन टाइम टेबल को तैयार किया गया।
जेएनयू छात्रों को मिलेंगे रोजगार के अवसर
जेएनयू के छात्रों को औद्योगिक कंपनियों में प्रशिक्षण तथा रोजगार के अवसर मिलेंगे। जेएनयू ने शुक्रवार को पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स के साथ समझौता किया। इसके तहत लाइफ साइंस, सोशल साइंस, मॉलिक्यूलर मेडिसन, बॉयोटेक्नोलॉजी तथा नैनो साइंस समेत अन्य विषयों के छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसे अगस्त से शुरू करने की तैयारी है।
समझौते के तहत जेएनयू छात्रों द्वारा स्वास्थ्य, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, ऊर्जा, कृषि तथा ग्रामीण विकास के क्षेत्र में किए जा रहे शोध में पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स से सहयोग मिलेगा। पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स से एक लाख 13 हजार उद्योग जुड़े हैं। छात्रों को इनसे जुड़ने का भी सुनहरा अवसर मिलेगा।
जेएनयू के कुलपति डॉ. एम जगदीश कुमार ने बताया कि विवि ने इस तरह का पहला समझौता किया है। औद्योगिक कंपनियां छात्रों को स्टार्ट अप के लिए प्रोत्साहित करेंगी। वहीं, उद्यमिता को भी बढ़ावा दिया जाएगा। पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स के निदेशक डॉ. जतिंदर सिंह ने कहा कि उद्योग जगत से जुड़े विशेषज्ञों की तरफ से विवि परिसर में सेमिनार आयोजित होंगे, जिससे छात्रों को अपने विषयों से जुड़े उद्योगों के बारे में काफी जानकारी मिलेगी।