महिला बोली- कुंवारी लड़कियों की मांग करता था सिपाही, 2 हजार में रफा-दफा हुआ मामला
सिपाही ने महिला को अपने कमरे पर बुलाया और एक अविवाहित युवती को कमरे पर लाने के लिए कहा, लेकिन महिला ने ऐसा करने से साफ इन्कार कर दिया।
गाजियाबाद [जेएनएन]। महिला ने मुरादनगर थाने में तैनात सिपाही पर दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगाया है। शराब के नशे में धुत सिपाही ने विरोध करने पर महिला को झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दी। बुधवार को थाने में शिकायत करने पहुंची पीड़ित महिला को अन्य पुलिसकर्मियों ने 2 हजार रुपये देकर मामले को रफा-दफा कर दिया।
महिला के मुताबिक पिछले दिनों उसका मोबाइल चोरी हो गया था। वह मोबाइल चोरी की शिकायत करने थाने गई थी तभी थाने में एक मुंशी ने महिला का फोन नंबर ले लिया। यह मुंशी उसके मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगवाने के बहाने आए दिन महिला को थाने बुलाता रहता था। एक माह पूर्व मुंशी ने यह नंबर थाने के एक सिपाही को दे दिया, जिसके बाद यह सिपाही भी महिला के पास फोन कर उसे आए दिन थाने बुलाने लगा।
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सिपाही ने छह दिन पूर्व महिला को अपने कमरे पर बुलाया और एक अविवाहित युवती को कमरे पर लाने के लिए कहा, लेकिन महिला ने ऐसा करने से साफ इन्कार कर दिया। आरोप है कि इसके बाद से ही सिपाही लगातार उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर युवती लाने का दबाव बना रहा था।
मंगलवार शाम को सिपाही ने महिला के पास फोन कर उसे थाना परिसर स्थित अपने कमरे में बुलाया। महिला पड़ोस में रहने वाली अपनी एक सहेली को साथ लेकर सिपाही के कमरे पर पहुंच गई। आरोप है कि सिपाही ने महिला को पहले जबरन शराब पिलाई और फिर उससे दुष्कर्म करने का प्रयास किया।
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विरोध करने पर सिपाही ने महिला के साथ मारपीट भी की। दबाव बनाने के लिए आरोपी सिपाही ने महिला और उसकी सहेली पर मोबाईल चोरी करने का आरोप लगाया। सिपाही ने खुद ही दोनों महिलाओं की तलाशी भी ली। इतना ही नहीं, सिपाही ने धमकी देते हुए कहा कि यदि उन्होंने इस घटना के बारे में किसी को कुछ बताया तो वह उन्हें जान से मार देगा और उन्हें झूठे केस में फंसवा देगा।
महिला के मुताबिक सिपाही ने उससे 2 हजार रुपये लिए थे। रुपये चुकाने के बहाने ही उसने महिला को अपने कमरे पर बुलाया था। बुधवार सुबह दोनों महिलाएं थानाध्यक्ष से आरोपी सिपाही की शिकायत करने के लिए थाने पहुंची, लेकिन थाने में उस समय थानाध्यक्ष नहीं थे। इस दौरान दोनों महिलाओ ने थाने में सिपाही के कृत्य के बारे बताते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। तभी कुछ पुलिसकर्मियों ने महिलाओं को 2 हजार रुपये देकर शांत कराया और घर भेज दिया। उधर, आरोपी सिपाही ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
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