केंद्रीय मंत्री से सवाल ‘हम तो देशभक्त पर BJP नेता हमसे करते हैं नफरत'
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के करीब रहने के बावजूद वर्षों से पिछड़ा अल्पसंख्यक बहुल मेवात अगले तीन वर्षों में बहुत कुछ बदल सकता है।
मेवात, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के करीब रहने के बावजूद वर्षों से पिछड़ा अल्पसंख्यक बहुल मेवात अगले तीन वर्षों में बहुत कुछ बदल सकता है। यह बदलाव खुद मेवात में भी दिखेगा और संभव है कि दूसरे अल्पसंख्यक क्षेत्रों की सोच में बदलाव का कारण भी बनेगा।
अल्पसंख्यक वर्ग में पहुंच बनाने के अपने पहले बड़े कदम के तौर पर मोदी सरकार बृहस्पतिवार को मेवात पहुंची थी और पंचायत लगाकर यह सुनिश्चित भी किया गया कि जनता पुरानी सरकार और नई सरकार का भेद पहचाने।
इस मौके पर खईक गांव के खुर्शीद मियां ने तेज़ आवाज़ में सवाल पूछा- हम तो देशभक्त हैं पर भाजपा नेता खुद हमसे नफरत करते हैं, हम कहां जाएं? हमारे पुरखों ने कुर्बानियां दीं. नेता हमसे बात तक नहीं करते हमारी बात सुनना और एक्शन लेना तो दूर की बात है. हमारा साथ दो तो हम साथ चलने को तैयार हैं. खरी खरी सुनने सुनाने के बाद पंचायत खत्म हो गई.
अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अगले कुछ महीनों में 100 स्थानों पर प्रोग्रेस पंचायतें लगाने का फैसला किया है। इसकी शुरुआत मेवात से हुई और एक ही दिन में स्कूल, कॉलेज, बालिका छात्रवास जैसे कई उद्घाटन के जरिये सरकार ने यह संदेश भी दिया कि विकास होगा और वह भी अल्पसंख्यकों की जरूरतों के अनुसार।
यही कारण है कि मंच से स्थानीय लोगों ने नकवी के सामने कुछ मांगे रखीं। इनके जवाब में नकवी ने उसे पूरा करने का भरोसा भी दिया। नारा दिया गया, ‘मदद हमारी, मंजिल आपकी।’ नकवी ने कहा कि मेवात के हर ब्लाक में सद्भावना मंडप बनेगा, ताकि स्थानीय लोग अपनी सामुदायिक जरूरतों को पूरा कर सकें।
योजना के अनुसार 100 अल्पसंख्यक प्रोग्रेस पंचायत में खुद नकवी जाएंगे, ताकि इसे लेकर नीचे तक सरकार की गंभीरता का अहसास कराया जा सके। इस अवसर पर स्थानीय सांसद, राज्य सरकार के मंत्री व अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।