Exclusive: जेवर में गैंगरेप की आड़ में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश
बताया जा रहा है कि जेवर-बुलंदशहर हाई-वे गैंगरेप मामले में राजनीतिक दल के इशारे पर महिलाओं को गलत बयान देने के लिए राजी किया था।
नोएडा (धर्मेंद्र चंदेल)। दिल्ली से सटे जेवर-बुलंदशहर हाई-वे के पास जेवर में चार महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म, लूटपाट व परिवार के मुखिया की हत्या के मामले को राजनीतिक रंग देने की भी कोशिश हुई। बताया जाता है कि पीड़ित महिलाओं को गुमराह करके ऐसा बयान दिलवाया गया, जिससे घटना को सांप्रदायिक रूप दिया जा सके। इसमें एक स्थानीय पत्रकार व एक अन्य व्यक्ति की भी भूमिका रही।
आरोप है कि इन दोनों ने एक राजनीतिक दल के इशारे पर महिलाओं को गलत बयान देने के लिए राजी किया। शनिवार को पीड़ित महिलाएं अपने बयान से पलट गईं। पुलिस प्रशासन की उक्त दोनों लोगों की गतिविधियों पर कड़ी नजर है।
एक पार्टी जेवर को बिसाहड़ा (जहां गोमांस को लेकर इखलाख की हत्या हो गई थी) बनाकर अपना राजनीतिक हित साधने के प्रयास में लगी थी। उक्त राजनीतिक दल ने एक स्थानीय पत्रकार व एक अन्य व्यक्ति के जरिये पीड़ित महिलाओं को गलत बयानी के लिए मजबूर कर दिया।
उन्हीं के बहकावे में महिलाओं ने कहा था कि वारदात के समय बदमाशों ने गोमांस खाने के कारण घटना को अंजाम देने की बात कही थी।
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शनिवार को पीड़ित महिलाओं ने कहा कि कम पढ़े-लिखे होने की वजह से उन्हें दो लोगों ने गुमराह कर गलत बयान देने के लिए मजबूर किया था। बदमाशों ने इस तरह की कोई बात नहीं कही थी।
क्या था मामला
जेवर-बुलंदशहर राजमार्ग पर बुधवार रात में इको वैन सवार चार महिलाओं के साथ बदमाशों ने लूटपाट के बाद खेतों में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया था। परिवार के मुखिया ने घर की महिलाओं के साथ दुष्कर्म का कड़ा विरोध किया। बदमाशों ने उसे गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।
मजिस्ट्रेट के सामने बंद कमरे में साढ़े तीन घंटे तक दर्ज हुए चारों महिलाओं के बयान
जेवर-बुलंदशहर स्टेट हाईवे पर चार महिलाओं से हुए सामूहिक दुष्कर्म व व्यापारी की हत्या के मामले में पीड़ित महिलाओं ने शनिवार को न्यायालय में मजिस्ट्रेट के सामने अपने बयान दर्ज कराए। साढ़े तीन घंटे तक महिलाओं के बयान बंद कमरे में दर्ज किए गए।
बयान के आधार पर पुलिस अपनी जांच आगे बढ़ाएगी। दोपहर करीब दो बजे चारों महिलाएं जिला न्यायालय पहुंच गई थी। शाम साढ़े पांच बजे महिलाएं बयान दर्ज कराने के बाद न्यायालय से बाहर निकलीं।
मजिस्ट्रेट शमीम अहमद अंसारी के समक्ष बयान दर्ज कराने से पहले पीड़िता ने मीडिया के समक्ष कहा कि वह अपने बयान में सच्चाई बताएंगी। उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है, यही वह अपने बयान में भी कहेंगी।
महिलाओं का बयान दर्ज कराने के लिए पुलिस की तरफ से पुख्ता इंतजाम किए गए थे। सुरक्षा के लिहाज से महिलाएं जब बयान दर्ज कराने गई तो पुलिस की गाड़ी भी उनके साथ भेजी गई। पुलिस सुरक्षा में बयान दर्ज कराने के बाद देर शाम महिलाएं वापस अपने घर पहुंचीं।
एआइजेवाइके पहुंचा जेवर
ऑल इंडिया जमी यतुल कुरैत के प्रदेश अध्यक्ष हाजी यूसुफ कुरैशी के साथ इमरान कुरैशी, निसार व कई अन्य पीड़ित परिवार के घर पहुंचे। संगठन के सदस्यों ने पीड़ित परिजन से बातचीत की और उनको मदद का आश्वासन दिया।