जेवर गैंगरेप कांड में 3 बड़े नाटकीय मोड़, असमंजस में नोएडा पुलिस
जेवर-बुलंदशहर गैंगरेप में नोएडा पुलिस को असमंजस में डाल दिया है। आखिर वो कौन से तीन बड़ी वजह हैं जिसमें खाकी भी उलझ कर रह गई है।
नोएडा [ जेएनएन ] । जेवर में कथित गैंगरेप मामले में फिर से नाटकीय मोड़ आ गया है। पीडि़त के रिश्तेदार ने बताया कि दरिंदे पीडि़तों से उनके मजहब के बारे में जानकारी मांग रहे थे। दरिंदों ने यह भी पूछा था कि क्या वह बीफ खाते हैं। हालांकि नोएडा पुलिस का कहना है कि पीडि़तों की तहरीर में यह बात शामिल नहीं है। लेकिन मामले में तीन नाटकीय पड़ाव पुलिस के लिए भी एक पहेली बन गई है।
नाटकीय पड़ाव -1
यह आरोप लगाने वाला व्यक्ति उन पीड़ितों में से है, जिन्हें हमलावर कार में से घसीट कर खुले मैदान में ले गए थे। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने हमसे पूछा कि क्या हम मुस्लिम हैं। हमने हां में सिर हिला दिया। इसके बाद हमलावरों ने पूछा कि क्या हम बीफ खाते हैं। हमने कहा नहीं। फिर उन्होंने हमें पकड़ लिया और कहा कि वे हमें सबक सिखाएंगे।
दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर में बुलंदशहर जैसा कांड, देखें तस्वीरें
हालांकि आरोप लगाने वाले पीडि़त ने यह स्वीकार किया कि पुलिस में दी अपनी शिकायत में इस बात का जिक्र नहीं है, जिसके आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इस चूक के लिए उसने हमले की वजह से अपनी मानसिक स्थिति का हवाला दिया।
पीडि़त ने कहा कि हम समझ नहीं पा रहे थे कि क्या करें। कई स्पष्ट बातें थीं जो एफआईआर दर्ज कराते वक्त हमारे दिमाग में नहीं आईं। उधर, इस मामले में जिले के पुलिस कप्तान लव कुमार का कहना है कि पीड़ितों ने पुलिस को बीफ से संबंधित कोई बात नहीं बताई। उन्होंने कहा कि उन्होंने एफआईआर दर्ज कराई, लेकिन इसका (बीफ) का जिक्र नहीं किया। मामले की जांच के लिए हम उनसे बात करेंगे।
यह भी पढ़ेंः यूपी में हैवानियतः 50 वर्ष की महिला को भी नहीं छोड़ा, बनी गैंगरेप की शिकार
नाकटकीय पड़ाव - 2
कथित गैंगरेप की पीड़िताओं में से एक अपने उस बयान से मुकर गई, जिसमें उसने हमले के पीछे पड़ोसियों का हाथ होने की बात कही थी। महिला ने कहा कि उसे मानसिक चोट पहुंची थी और वह पूरी तरह होश में नहीं थी।
उसने कहा कि मैंने गुरुवार को मीडिया के कुछ लोगों को बयान दिया था कि छह हमलावरों में से तीन हमारे पड़ोसी थे। हमारा पड़ोसियों से कुछ पारिवारिक झगड़ा है और इसी वजह से मैंने टिप्पणी कर दी थी। ये आरोप सही नहीं हैं और मैं अपने शब्द वापस लेती हूं।
यह भी पढ़ेंः यूपी गैंगरेप मामले में आया नया मोड़, एक दुष्कर्म पीड़िता ने बदला बयान
पुलिस का कहना है कि पूर्व में पीड़ितों का पड़ोसियों से संपत्ति को लेकर विवाद था। वरिष्ठ अधिकारियों ने परिवार के बदलते बयानों को देखते हुए सतर्क रहने के संकेत दिए थे।
नाटकीय पड़ाव - 3
उधर, जांच रिपोर्ट में भी चौंकाने वाले तथ्य उजागर हुए हैं। चीफ मेडिकल ऑफिसर ए भार्गव ने बताया कि महिलाओं के प्राइवेट पार्ट्स में किसी तरह की चोट नहीं है। साथ ही उनके कपड़ों पर वीर्य का कोई दाग नहीं मिला है। भार्गव ने कहा है कि अब आगे की जांच के लिए लखनऊ लैब में सैंपल भेजे जाएंगे।
असमंजस में नोएडा पुलिस
मेडिकल जांच के बाद गौतम बुद्ध नगर की पुलिस निश्चित रूप से असंमजस की स्थिति में होगी। जिले के पुलिस कप्तान लव कुमार ने भी यह कहा कि रेप के जो भी लक्षण होते हैं, मेडिकल रिपोर्ट के हिसाब से अभी तक ऐसा कोई लक्षण नहीं मिला है। एसएसपी लव कुमार ने बताया कि बदमाशों का मोटिव लूटपाट था। मामले में रंजिश और एक्सल ग्रुप के आधार पर जांच की जा रही है। पुलिस पिछले 24 घंटे से पीड़ितों के साथ है।
यह भी पढ़ेंः बुलंदशहर गैंगरेप : 5 राज्यों में 3000 किमी तक भागता ही रहा मुख्य आरोपी सलीम
यह भी पढ़ेंः जानें, बीवी पर जान छिड़कने वाला बावरिया गैंग का सलीम कब बन जाता है वहशी
यह भी पढ़ेंः 29 जुुलाई, 2016 को भी हुई थी दरिंदगी, एक साल में UP दूसरी बार शर्मसार