बहन से हुई लड़ाई तो भाई ने उठाया हैरान करने वाला कदम, सबकुछ खत्म
काफी देर तक आलोक नहीं लौटा तो रजनी छत पर चली गई। दरवाजा पीटने के बाद भी नहीं खुला तो उसने खिड़की खोली। आलोक का शव पंखे से लटकता देख उसने शोर मचाया।
गाजियाबाद [जेएनएन]। सिहानीगेट थाना क्षेत्र में रहने वाले 9वीं कक्षा के छात्र ने बहन से झगड़ा होने के बाद फांसी लगाकर जान दे दी। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस का कहना है कि मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
मूल रूप से शादाबाद, हाथरस के रहने वाले सुनील बाबू विश्वास नगर कॉलोनी में रहते हैं। पत्नी हाथरस में हैं, जबकि वह अपने 14 वर्षीय बेटे आलोक कुमार और 17 वर्षीय बेटी गौरी के साथ यहां रहते हैं। सुनील मरियम नगर के एक निजी अस्पताल में कार्यरत हैं। आलोक की मौसी की लड़की रजनी भी फिलहाल उनके घर आई हुई है। आलोक कुमार 9वीं कक्षा में पढ़ता था।
भाई-बहन के बीच हुआ झगड़ा
रजनी के मुताबिक सोमवार शाम चार बजे गौरी और आलोक में किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। इसके बाद गौरी ट्यूशन चली गई। इसी बीच आलोक छत पर बने कमरे में चला गया। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर उसने गौरी की चुन्नी से फंदा बना पंखे से लटककर फांसी लगा ली।
शव पंखे से लटकता मिला
काफी देर तक आलोक नहीं लौटा तो रजनी छत पर चली गई। दरवाजा पीटने के बाद भी नहीं खुला तो उसने खिड़की खोली। आलोक का शव पंखे से लटकता देख उसने शोर मचाया। पड़ोसी मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। दरवाजा तोड़कर आलोक के शव को बाहर निकाल गया।
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