सपा में संग्राम: रामगोपाल पर 'नेताजी' की तल्ख टिप्पणी से करीबी बेचैन
रामगोपाल यादव के करीबी नेताओं की बेचैनी बढ़ गई है। उन्हें अब डर सताने लगा है कि नेताजी और शिवपाल यादव के करीबी उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखवा सकते हैं।
नोएडा [ ललित विजय ] । समाजवादी पार्टी सुप्रीम मुलायम सिंह यादव की रामगोपाल यादव पर की गई तल्ख टिप्पणी के बाद उनके करीबी स्थानीय नेता परेशान हैं। रामगोपाल यादव के करीबी नेताओं को पार्टी से बाहर होने का डर सता रहा है।
उन्हें डर है कि मौके का फायदा उठाकर विरोधी उन्हें पार्टी से बाहर करा सकते हैं। इस कारण मौके की नजाकत को समझते हुए रामगोपाल के करीबी नेता काफी हद तक अंडरग्राउंड हो गए हैं। अब वह न तो अधिकारियों के पास दिख रहे हैं और न ही पार्टी कार्यालय में नजर आ रहे हैं।
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उधर, पार्टी के अंदर नेताजी और शिवपाल यादव के करीबी नेताओं का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। पार्टी में चल रहे विवाद पर जहां वह खुल के बोल रहे हैं, वहीं रामगोपाल यादव के करीबी नेताओं ने चुप्पी साध ली है।
ध्यान रहे कि शिवपाल यादव समेत चार नेताओं को मंत्रीमंडल से बर्खास्त करने के बाद रामगोपाल यादव को सपा से छह साल के लिए निकाल दिया गया था। मंगवाल दोपहर लखनऊ में सपा सुप्रीम मुलायम सिंह यादव (नेताजी) ने प्रेस वार्ता की। इस दौरान उम्मीद जताई जा रही थी कि रामगोपाल यादव की पार्टी में वापसी की घोषणा हो सकती है।
नेताजी ने 'रामगोपाल यादव की बातों को ज्यादा महत्व नहीं देता कहकर साफ कर दिया कि उनकी पार्टी में हाल-फिलहाल वापसी संभव नहीं है। साथ ही इससे यह भी साफ हो गया कि मुलायम सिंह यादव प्रोफेसर रामगोपाल यादव से बेहद खफा है।
इस बात से जिले में रामगोपाल यादव के करीबी नेताओं की बेचैनी बढ़ गई है। उन्हें अब डर सताने लगा है कि नेताजी और शिवपाल यादव के करीबी उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखवा सकते हैं। इस कारण रामगोपाल के करीबी नेता अब उनके पक्ष में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। वह पूरे विवाद पर चुप हैं।