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चौथे दिन प्रवेश कर गई कैब चालकों की हड़ताल, आज घर से निकलें संभलकर

आज भी कैब की हड़ताल जारी रहेगी। दिल्ली-एनसीआर में सोमवार को ऑफिस के लिए निकल रहे हैं या कहीं जाना है तो सतर्क रहें।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 13 Feb 2017 08:07 AM (IST)Updated: Mon, 13 Feb 2017 09:29 AM (IST)
चौथे दिन प्रवेश कर गई कैब चालकों की हड़ताल, आज घर से निकलें संभलकर
चौथे दिन प्रवेश कर गई कैब चालकों की हड़ताल, आज घर से निकलें संभलकर

नई दिल्ली (जेेएनएन)। दिल्ली-एनसीआर में ऐप आधारित टैक्सी चालकों की हड़ताल सोमवार को भी जारी रहेगी। हड़ताल का एलान करने वाले सर्वोदय ड्राइवर एसोसिएशन आॅफ दिल्ली का कहना है कि मांगें पूरी नहीं तक हड़ताल जारी रहेगी।

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घर से निकले संभल कर

दिल्ली-एनसीआर में सोमवार को ऑफिस के लिए निकल रहे हैं या कहीं जाना है तो सतर्क रहें। सार्वजनिक वाहनों के भरोसे गंतव्य तक पहुंचना मुश्किल होगा। बहुत संभव है कि जल्दी ऑटो न मिले और डीटीसी की बसों या मेट्रो में भारी भीड़ से पाला पड़ जाए, ऐसा इसलिए क्योंकि सोमवार को तीसरे दिन भी हड़ताल के कारण दिल्ली-एनसीआर की सड़कों से करीब 2.5 लाख एप बेस्ड कैब गायब रहेंगी।

किराया बढ़ाने की मांग को लेकर शुक्रवार से ही ओला-उबर समेत अन्य एप बेस्ड कैब सेवा से जुड़े चालक हड़ताल पर हैं। कैब चालक मांग कर रहे हैं कि छह रुपये प्रति किमी की जगह उन्हें भी सरकार द्वारा तय किराया मिले। कैब कंपनियों द्वारा चालकों का उत्पीड़न और शोषण बंद हो।

लोग बस और मेट्रो का ले रहे सहारा

कैब चालकों की हड़ताल के बीच रविवार को आलम यह था कि कनॉट प्लेस से अंतरराष्टीय हवाई अड्डे जाने के लिए आॅटो चालकों ने 500 रुपये तक मांगे। ऐसे ही न्यू अशोक नगर में रणबीर सिंह कैब बुक करने के लिए ऐप पर आधे घंटे तक कोशिश करते रहे, लेकिन उन्हें एक भी कैब नहीं मिली।

इस कारण उन्हें परिवार सहित मेट्रो से चावड़ी बाजार जाना पड़ा। यही हाल कनॉट प्लेस पहुंचे गगन का था, जिन्हें मॉडल टाउन से बस से आना पड़ा। हड़ताल से राजीव चौक मेट्रो स्टेशन का हाल भी बुरा था और वहां यात्रियों की भारी भीड़ थी। लोगों को मेट्रो स्टेशन से बाहर निकलने के लिए भी लंबी लाइन लगानी पड़ी।

शनिवार और रविवार को साप्ताहिक अवकाश होने के कारण पर्यटकों और आम लोगों को ही दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अब सोमवार से जब कामकाजी दिवस शुरू होगा तब हड़ताल के व्यापक असर का पता चलेगा। एक अनुमान के मुताबिक कम से कम छह लाख लोगों को कैब की जगह सार्वजनिक बस, ऑटो और मेट्रो का सहारा लेना पड़ सकता है।

चालकों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात में दिल्ली के परिवहन मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि राज्य सरकार एप बेस्ड कैब पर भी सरकार द्वारा तय टैक्सी किराया 12.50 और एसी कैब के लिए 16 रुपये लिए जाने के पक्ष में है और इसके लिए जल्द ही आदेश जारी होंगे। इस बीच तीसरे दिन कैब चालकों का भूख हड़ताल और धरना प्रदर्शन जारी रहा। रविवार को भी दिल्ली एनसीआर से काफी संख्या में पहुंचे चालकों ने आंदोलन को समर्थन दिया।

भूख हड़ताल पर बैठे सर्वोदय ड्राइवर एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष कमलजीत गिल व उपाध्यक्ष रवि राठौर की तबीयत खराब होने लगी है। कमलजीत गिल ने कहा कि अभी तक दिल्ली सरकार या कैब कंपनियों से कोई बातचीत नहीं हुई है। न ही उधर से कोई आश्वासन मिला है, इसलिए सोमवार को भी हड़ताल जारी रहेगी। इस हड़ताल के कारण दिल्ली-एनसीआर में कम से कम 2.5 लाख कैब नहीं उतरेंगी।


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