23 मार्च से गूंजेगा अन्ना आंदोलन, राजनाथ से पूछा- बताओ दिल्ली में कहां करें आंदोलन
केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि जितनी चिंता बड़े-बड़े व्यापारियों की है उतनी चिंता किसानों की नहीं है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली में एक बार फिर 2012 जैसा नजारा देखने को मिल सकता है। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे एक बार फिर से जन लोकपाल और किसानों के मुद्दे पर दिल्ली से आंदोलन का शंखनाद करेंगे। जन लोकपाल और किसानों के मुद्दों को लेकर अगले साल 23 मार्च से दिल्ली में अपना आंदोलन शुरू करेंगे। इसको लेकर मंगलवार को दिल्ली में महाराष्ट्र सदन में पत्रकार वार्ता कर अब गृह मंत्री राजनाथ सिंह से आंदोलन के लिए जगह बताने को कहा है।
मंगलवार को पत्रकार वार्ता में उन्होंने केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी की सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि जितनी चिंता बड़े-बड़े व्यापारियों की है उतनी चिंता किसानों की नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार पर ब्रेक लगाने वाले पांच बिल संसद में पड़े हैं, लेकिन इसकी भी किसी को चिंता नहीं है।
वहीं, दिल्ली में 23 मार्च से आंदोलन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इस बाबत 'दिल्ली में आंदोलन कहां करना है?' को लेकर राजनाथ सिंह को ख़त लिखा है कि हमें बताओ जगह कहां होगी?
वहीं, दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि अगर केजरीवाल सरकार अच्छी चलती तो इतने मंत्री बाहर नहीं होते।
इससे पहले अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा था कि आप लोगों से कहते हैं कि आप भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाना चाहते हैं, लेकिन आपने भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने वाले लोकपाल विधेयक को कमजोर कर दिया।
हजारे ने कहा था कि आप जो कहते हैं और करते हैं, उसमें अंतर है, इसलिए मैंने कई राज्यों में कार्यकर्ताओं से आंदोलन के बारे में कहा है। उन्होंने कहा है कि 23 मार्च शहीद दिवस है, इसलिए हमें उस तारीख पर दिल्ली में आंदोलन शुरू करना चाहिए।
उन्होंने मोदी को लिखे पत्र में भी कहा था कि हमने 23 मार्च को आंदोलन करने का फैसला किया है। कृपया हमें आंदोलन के लिए दिल्ली में जगह बताएं।