बुराड़ी हत्याकांडः लव और धोखे के बीच खत्म हुई करुणा-सुरेंद्र की प्रेम कहानी
सुरेंद्र-मुकुल के मोबाइल से करुणा के साथ वाली इनकी तस्वीरें, करुणा की आपत्तिजनक तस्वीरें तथा एसएमएस व वाट्सएप के जरिये हुई बातचीत के सुबूत मिले हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। बुराड़ी के संत नगर में हुई 21 वर्षीय की जांच पूरी हो गई है। करुणा के दोनों पुरुष मित्रों आरोपी सुरेंद्र सिंह व मुकुल यादव से लंबी पूछताछ कर उनकी निशानदेही पर कई साक्ष्य जुटा लिए गए। दोनों के मोबाइल को जब्त कर लिया गया है। इनके मोबाइल से करुणा के साथ वाली इनकी तस्वीरें, करुणा की आपत्तिजनक तस्वीरें तथा एसएमएस व वाट्सएप के जरिये हुई बातचीत के सुबूत मिले हैं।
जांच से साफ हो गई है कि सुरेंद्र सिंह ने करुणा की हत्या की तैयारी नहीं की थी, बल्कि घटना वाले दिन अचानक ऐसे हालात पैदा हो गए थे जिससे आपा खो देने पर उसने करुणा की सरेआम कैंची से ताबड़तोड़ वार कर बेरहमी से हत्या कर दी थी। जांच में कई नई बातें सामने आई है।
छह महीना पूर्व सुरेंद्र सिंह व करुणा के बीच झगड़े की मामला बेशक बुराड़ी थाने तक पहुंचा था। पुलिस ने दोनों पक्षों में समझौता करा दिया था, फिर भी इनकी दोस्ती खत्म नहीं हुई थी। सुरेंद्र के दिल्ली पुलिस से सेवानिवृत्त पिता प्रेम सिंह ने यह कहते हुए माफी मांगी थी कि अब भविष्य में सुरेंद्र करुणा को तंग नहीं करेगा, उससे दूर रहेगा।
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उसके बाद प्रेम सिंह संत नगर से घर छोड़कर परिवार समेत रोहिणी चले गए थे। तब भी सुरेंद्र का करुणा के संपर्क में रहने की भनक लगने व कई अन्य कारणों से प्रेम सिंह ने उसे घर से भी निकाल दिया था। इसके बाद सुरेंद्र अकेले जहांगीरपुरी में कमरा लेकर रहने लगा था।
पत्नी दोनों बच्चों को लेकर मायके चली गई थी। उससे तलाक का मामला चलने पर 34 वर्षीय सुरेंद्र करुणा से ही शादी करना चाह रहा था, क्योंकि पिछले चार सालों से दोनों के बीच गहरी दोस्ती थी। करुणा शादी करने के पक्ष में नहीं थी।
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सुरेंद्र के संत नगर छोड़ने के बाद करुणा की दोस्ती स्थानीय मुकुल यादव से हो गई। तब करुणा मुकुल को ही अधिक समय देने लगी। इस बात की जानकारी जब सुरेंद्र को मिली तब उसने मुकुल से मुलाकात कर व फोन कर करुणा से दूर रहने को कहा। कई बार उसने मुकुल को धमकी भी दी।
इधर, मुकुल से गहरी दोस्ती होने पर करुणा मीनाक्षी यादव व एक अन्य मिश्र सरनेम से दो फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाकर वह मुकुल से चैटिंग करती थी। वह खुद ही अपनी आपत्तिजनक तस्वीरें खींचकर मुकुल को भेजती थी।
हत्या से कुछ दिन पहले सुरेंद्र ने मुकुल को करुणा से दूर रहने को कहा, तब उसने जवाब में सुरेंद्र से कहा था कि वह करुणा के पीछे नहीं पड़ा है बल्कि करुणा उसके पीछे पड़ी है। उसने सुरेंद्र को करुणा की कई आपत्तिजनक तस्वीरें वाट्सएप के जरिए भेज दी थी। उसे देखकर सुरेंद्र का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया था।
हत्या से एक दिन पहले सोमवार को करुणा व सुरेंद्र ने कुतुबमीनार घूमने चलने की योजना बनाई। करुणा ने चचेरी बहन नेहा व उसके पुरुष मित्र को भी साथ चलने को कहा। मंगलवार सुबह 8 बजे सुरेंद्र बाइक से जीटीबी नगर मेट्रो के पास आ गया था।
करुणा भी नेहा के साथ बैट्री रिक्शा से जीटीबी नगर आ गई। नेहा का मित्र जब नहीं आया, तब सुरेंद्र ने नेहा को डरा कर वापस घर भेज दिया और करुणा पर साथ चलने के लिए दबाव बनाने लगा। उसने भी मना कर दिया तब सुरेंद्र को गुस्सा आ गया उसने बाइक की डिग्गी से टूटी कैंची निकालकर डराने के लिए करुणा के बैग पर वार कर दिया।
करुणा ने जब सुरेंद्र पर तंज कसते हुए कहा कि उससे यह भी नहीं होगा, और उसके बाद वह बैट्री रिक्शा से बुराड़ी के लिए चल पड़ी तब बाइक से पीछा कर सुरेंद्र भी वहां आ पहुंचा और गुस्से में उसने करुणा की हत्या कर दी। कैंची के बारे में सुरेंद्र का कहना है कि उसे रिपेयर कराने के लिए उसने छह महीने पहले डिग्गी में रखा था तब से वह डिग्गी में ही था।
मंगलवार को करुणा की हत्या के बाद सुरेंद्र ने उसके शव की तस्वीरें खींचकर पहले वाट्सएप पर मुकुल यादव को भेजी। उसके बाद पुलिस को कॉल कर हत्या करने की जिम्मेदारी ली थी। पुलिस का कहना है कि सुरेंद्र जांच में पूरा सहयोग कर रहा है।