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    देह व्यापार के धंधे में लिप्‍त थे, नकली ग्राहक के जरिये हुआ राजफाश

    By JP YadavEdited By:
    Updated: Tue, 13 Jun 2017 03:10 PM (IST)

    केबिन के बाहर बाकायदा एक काउंटर बनाया हुआ था जहां पर ग्राहकों से फीस वसूली जाती थी। फीस जमा करने पर मसल्समैन, ग्राहकों के सामने युवतियों को पेश करते थ ...और पढ़ें

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    देह व्यापार के धंधे में लिप्‍त थे, नकली ग्राहक के जरिये हुआ राजफाश

    नई दिल्ली (जेएनएन)। रोहिणी जिला के विजय विहार थाना क्षेत्र स्थित रिहाइशी इलाके में चल रहे देह व्यापार रैकेट का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने चार महिलाओं सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। स्थानीय पुलिस के संरक्षण में खुलेआम चल रहे इस रैकेट की शिकायत पुलिस मुख्यालय में हुई तो पुलिस आयुक्त के निर्देश पर एडिशनल डीसीपी ने खुद छापा मारा। पुलिस आयुक्त ने स्थानीय पुलिस की भूमिका के बारे में रिपोर्ट मांगी है।

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    पुलिस के मुताबिक विजय विहार फेज दो के एल ब्लॉक गली नंबर 17, चूना भट्टी रोड पर बनी बिल्डिंग की पहली मंजिल पर देह व्यापार का धंधा चलाया जा रहा था।

    इसे सेक्टर 16, रोहिणी के रहने वाले विक्रम नाम का व्यक्ति चला रहा था। बिल्डिंग के एक बड़े हॉल में इसके लिए 5 केबिन बनाए गए थे।

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    केबिन के बाहर बाकायदा एक काउंटर बनाया हुआ था जहां पर ग्राहकों से फीस वसूली जाती थी। फीस जमा करने पर मसल्समैन, ग्राहकों के सामने युवतियों को पेश करते थे।

    कई महीने से चल रहे इस तरह के धंधे से परेशान स्थानीय लोगों ने बीट अफसरों से लेकर थाने में भी मौखिक व लिखित शिकायत की, लेकिन उनकी शिकायतों पर सुनवाई नहीं हुई।

    स्थानीय लोगों का आरोप है कि कार्रवाई न करने पर उन्होंने थाना पुलिस को धरना देने की भी धमकी दी थी, फिर भी उनकी नहीं सुनी गई।

    तब लोगों ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय पहुंचकर आला अधिकारियों से गुहार लगाई। मामला पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक तक पहुंचा तो उन्होंने डीसीपी रोहिणी को जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। रविवार को एडिशनल डीसीपी एक संतोष कुमार मीणा को कार्रवाई करने की जिम्मेदारी सौंपी गई।

    मीणा ने कुछ पुलिसकर्मियों के साथ विशेष टीम बना देर शाम बिल्डिंग पर छापेमारी कर दी। देह व्यापार के धंधे से जुड़े लोगों को कार्रवाई से पहले भनक न लगे इसके लिए छापेमारी टीम में न तो विजय विहार के किसी पुलिसकर्मी को शामिल किया गया और न ही उन्हें इसकी पूर्व सूचना दी गई।

    एक पुलिसकर्मी को नकली ग्राहक बनाकर बिल्डिंग में भेजा गया। वहां उससे 1200 रुपये की मांग की गई। एक हजार रुपये में सौदा तय हुआ।

    एक युवती के साथ जब उसे केबिन में जाने को कहा गया तभी उसने फोन कर साथी पुलिसकर्मियों को वहां बुला लिया। बिल्डिंग को घेरकर तलाशी लेने पर वहां से चार युवतियां व चार पुरुष मिले।

    पुलिस ने मौके से कई मोबाइल फोन व नगदी भी जब्त कर ली। कार्रवाई खत्म होने के बाद एडिशनल डीसीपी ने विजय विहार के एसीपी व थानाध्यक्ष को बुला उन्हें आरोपियों को सौंप दिया। वहीं, दूसरी ओर पुलिस आयुक्त ने स्थानीय पुलिस की भूमिका की जांच के आदेश दिए हैं।