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MCD चुनाव 2017: टिकटों के पतझड़ में उम्मीद अभी कायम है

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व ने चौतरफा अच्छा प्रदर्शन किया है। ऐसे में पार्टी छोड़ कोई जाना नहीं चाह रहा है। पार्षदबंदी के बाद से पार्टी ने पहली बार कोई दायित्व सौंपा है।

By Amit MishraEdited By: Published: Sat, 25 Mar 2017 03:49 PM (IST)Updated: Sat, 25 Mar 2017 08:38 PM (IST)
MCD चुनाव 2017: टिकटों के पतझड़ में उम्मीद अभी कायम है
MCD चुनाव 2017: टिकटों के पतझड़ में उम्मीद अभी कायम है

नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्र]। कल तक चेहरे मुरझाए थे। हंसी तो मानों पार्षदबंदी के फैसले के बाद से ही गायब हो गई थी। मीडिया के कैमरे तो फूटी आंख नहीं सुहाते थे। टिकट की जद्दोजहद में रातों की नींद उड़ी हुई थी।

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जी हां भाजपा द्वारा पार्षदबंदी का दांव चलने के बाद कुछ ऐसा ही हाल भाजपा पार्षदों का हुआ था। हालांकि कुछ चेहरे शुक्रवार को खिले-खिले थे। उम्मीद बंधी तो कल तक प्रदेश कार्यालय से दूरी बनाए रखने वाले पार्षद पूरे दिन चक्कर काटते रहे। रामलीला मैदान में पंच परमेश्वर सम्मेलन को सफल बनाने के लिए मिले कामों को तय समय में पूरा करने में तत्पर दिखे।

मध्य दिल्ली के एक पार्षद ने बताया कि तीनों नगर निगमों के 153 भाजपा पार्षदों को सम्मेलन सफल बनाने में लगाया गया है। पार्षदों को रामलीला मैदान में पंच परमेश्वरों के बैठने, जलपान, पीने के पानी की व्यवस्था करने और लाउडस्पीकर, टेंट समेत कार्यकर्ताओं को ले आने और ले जाने की जिम्मेदारी सौंपी है।

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प्रत्येक निगम में 15 से भी ज्यादा टीम बनाई गई है। पार्टी के प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों ने सम्मेलन सफल करने के मकसद से शुक्रवार को पार्षदों संग बैठक में जिम्मेदारी सौंपी। एक पार्षद ने बताया कि पार्षदबंदी के बाद पहली बार पार्टी ने हमें कोई काम सौंपा है। लिहाजा, बीती सारी बातें बिसार हम सम्मेलन सफल करने में जुटे हुए हैं। हालांकि एक अन्य पार्षद अपनी टीस रोक नहीं पाए और बताया कि उल्टी धारा में कोई बहना नहीं चाहता है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व ने चौतरफा अच्छा प्रदर्शन किया है। ऐसे में पार्टी छोड़ कोई जाना नहीं चाह रहा है। पार्षदबंदी के बाद से पार्टी ने पहली बार कोई दायित्व सौंपा है। लिहाजा, हम बढ़ चढ़कर सम्मेलन सफल करने में जुटे हैं। दरअसल, पार्षदों को उम्मीद है कि उनके तत्पर रहने से पार्टी आलाकमान को यह संदेश जाएगा कि पार्षद पार्टी के प्रति समर्पित हैं। शायद सम्मेलन सफल रहने पर पार्टी उनको टिकट देने पर विचार करे। 

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