विधायक अमानतुल्लाह खान की वापसी पर घिरी AAP, बड़े नेताओं पर उठे सवाल
अरविंद केजरीवाल के नारे की यहां धज्जियां उड़ रही हैं। आखिर अब पार्टी का लोकतंत्र कहां है? अमानतुल्लाह की बहाली का तरीका सभी को हैरान करने वाला है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। विधायक अमानतुल्लाह खान की निलंबन वापसी आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए गले की फांस बन सकती है। पार्टी के इस फैसले से कई विधायक आश्चर्यचकित और कार्यकर्ता नाराज हैं। उनके बीच चर्चा हो रही है कि यह कैसी जांच हुई है, जिसमें कुमार विश्वास और विधायक खान दोनों ही पाक-साफ निकले हैं।
जांच हुई है तो रिपोर्ट सार्वजनिक की जानी चाहिए, नहीं तो विधायकों और कार्यकर्ताओं का पार्टी के लोकतंत्र से भरोसा उठ जाएगा। आप के एक पूर्व विधायक कहते हैं कि पारदर्शिता हर मामले में होनी चाहिए।
अरविंद केजरीवाल के नारे की यहां धज्जियां उड़ रही हैं। आखिर अब पार्टी का लोकतंत्र कहां है? अमानतुल्लाह की बहाली का तरीका सभी को हैरान करने वाला है।
कुमार विश्वास भी कहते हैं कि यह कैसे हो सकता है कि किसी एक मामले में कोई भी अपराधी न हो। न आरोप लगाने वाला दोषी है और जिस पर आरोप लगाया गया है वह भी दोषी नहीं है। इस तरह की जांच पर सवाल उठना स्वाभाविक है। विधायक अमानतुल्लाह खान से आप के कई विधायक व कार्यकर्ता खुश नहीं हैं।
तीस अप्रैल को जब उन्होंने कुमार विश्वास को भाजपा का एजेंट कहा था, उस समय के दिल्ली के जलमंत्री कपिल मिश्र ने दावा किया था कि 40 विधायकों ने उन्हें पत्र लिखा है कि खान को पार्टी और पार्टी की राजनीतिक मामलों की कमेटी (पीएसी) से निकाला जाए।
इसके बाद उन्हें पार्टी से निलंबित किया गया था। बाद में अचानक माहौल बदला और जो विधायक कुमार विश्वास का समर्थन कर रहे थे वे चुप होकर बैठ गए हैं, लेकिन उनके मन में अभी भी पीड़ा है।
उनकी पीड़ा पार्टी में समाप्त हो रही व्यवस्था को लेकर है। राजनीति के जानकार मान रहे हैं कि यह पीड़ा आगे चलकर आप के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।