68वां गणतंत्र दिवसः राजपथ से भारत ने दुनिया को दिखाई अपनी ताकत
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का ओहदा हासिल करने वाला समूचा हिंदुस्तान आज अपना 68वां गणतंत्र दिवस मना रहा है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का ओहदा हासिल करने वाला समूचा हिंदुस्तान आज अपना 68वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। आज के आयोजन में सुबह 10 बजे राष्ट्रपति द्वारा तिरंगा फहराने के बाद परेड शुरू हुई। यह परेड राजपथ से शुरू होकर तिलक मार्ग, दिल्ली गेट होती हुई लाल किले पर जाकर संपन्न होगी। इस दौरान सेना और अर्धसैनिक बलों के मार्चिंग दस्ते मार्च पास्ट कर रहे हैं और राष्ट्रपति को सलामी दे रहे हैं।
वहीं, इस खास मौके पर राजपथ से हिंदुस्तानी शौर्य और संस्कृति की झांकी भी निकाली जा रही है। सेना के साथ 17 राज्यों और 6 मंत्रालयों की झांकियां भी परेड में नजर आईं। इस बार अबु धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायेद ने गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लिया है।
1950 में आज ही के दिन भारत सरकार अधिनियम (1935) के स्थान पर हमारा संविधान लागू हुआ था। इस खुशी में राजपथ पर सेना के शक्ति प्रदर्शन और सुंदर झांकियों की प्रस्तुति के द्वारा यह दिन मनाया जाता है।
यूएई का सैन्य दस्ता भी हुआ शामिल
संयुक्त अरब अमीरात की मिलिट्री का एक दल भी परेड में शामिल हुआ और 35 म्यूजिशियन के दल ने मार्च किया। राजपथ पर परेड में 17 राज्यों की झांकियों के साथ कैशलेस ट्रांजेक्शन और भीम एप की झांकी भी सजी। पहली बार परेड में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड के कमांडर भी शामिल हुए।
तेजस-धनुष की पहली परेड
गणतंत्र दिवस पर हल्के स्वदेशी फाइटर प्लेन तेजस, हेलिकॉप्टर ध्रुव और रूद्र भी करतब दिखा रहे हैं। देसी बोफोर्स के नाम से मशहूर धनुष तोप परेड में पहली बार शामिल हुआ। इस परेड में एक दर्जन से ज्यादा शस्त्र-अस्त्र स्वदेशी होंगे, जिसमें रडार से लेकर मिसाइलें और तोप खाने से लेकर रेकी वाहन शामिल हैं।