नोएडा की रिवर बसों से NAVY करेगी समंदर की निगरानी
देश को महफूज रखने के लिए नोएडा की फैक्ट्री में तैयार हो रहीं रिवर बसें जल्द ही नौसेना के टोही दस्ते में शामिल होने वाली हैं।
नोएडा (कुंदन तिवारी)। देश को महफूज रखने के लिए नोएडा की फैक्ट्री में तैयार हो रहीं रिवर बसें जल्द ही
नौसेना के टोही दस्ते में शामिल होने वाली हैं।
65 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ने वाली इन एसी बसों में एक साथ 35 लोग बैठ सकते हैं। इसे 1.5 मीटर (करीब पांच फिट) गहरे पानी में भी तेजी से दौड़ाया जा सकता है।
नौसेना ने नोएडा के सेक्टर-58 स्थित फाइब्रोप्लास्ट मरीन प्राइवेट लिमिटेड को 12 बसें तैयार करने का ऑर्डर दिया है। नौ माह में यह बसें तैयार होकर नौसेना को मिल जाने की उम्मीद है। फैक्ट्री अधिकारियो के मुताबिक 11 मीटर लंबी फाइबर की इन बसों का वजन दस टन है और इनकी कीमत 1.10 करोड़ रुपये है।
इनमें 330 हॉर्स पावर का इंजन लगा हुआ है, जो स्वीडन से आयात किया गया है। रिवर बस का पहली बार इस्तेमाल करीब चार माह पहले ओडिशा स्थित चांदीपुर में मिसाइ परीक्षण के दौरान हुआ किया था। डीआरडीओ
के वैज्ञानिक इसी बस में बैठकर उस जगह गए थे, जहां परीक्षण के बाद मिसाइल पानी में गिरी थी।
इन बसों की खासियत और सफलता को देखकर प्रभावित नौसेना ने इसे अपने बेड़े में शामिल करने का फैसला लिया है। फैक्ट्री के अधिकारियों ने बताया कि रिवर बस की खासियत यह है कि यह जल प्रदूषण को हटाने में भी मदद करती है।
यह बसें कचरे को अपने नीचे के हिस्से में बने टैंक में समेट लेती हैं। उसके बाद कचरा निचोड़ कर पानी बाहर निकाल देती हैं। इन बसों से प्रधानमंत्री का नदियों को प्रदूषण मुक्त करने का अभियान भी सफल हो सकता है।