WFI अध्यक्ष का बड़ा बयान, सोनीपत साई सेंटर में कुछ भी सही नहीं
कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष बृज भूषण सोनीपत साई सेंटर पहुंचे। वहीं, साई सेंटर में मीडिया की एंट्री को बैन कर दिया गया है।
सोनीपत (जेएनएन)। पहलवान नरसिंह यादव से जुड़े डोपिंग मामले में नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) का फैसला आज शाम को आएगा। इस बीच आज दोपहर कुश्ती फेडरेशन (WFI) के अध्यक्ष बृज भूषण सोनीपत साई सेंटर पहुंचे। उन्होंने यहां पर रह रहे पहलवानों से मुलाकात कर हालात का जायजा लिया।
साई सेंटर से बाहर निकलकर मीडिया से बातचीत में WFI अध्यक्ष ब्रज भूषण ने कहा कि यहां के हालात का जायजा लेने के दौरान कई तरह की खामिया दिखीं। उन्होंने साफ लफ्जों में कहा कि यहां कुछ भी सही नहीं है। साई सेंटर के हालात देखकर लगता है कि यहां कुछ भी किया जा सकता है। साई सेंटर कुश्ती संघ के अधिकार में नही आता इसलिए वो कुछ कर नही सकते।
नरसिंह यादव को लेकर ये सनसनीखेज राज जानकर चौंक जाएंगे आप
उन्होंने कहा कि नरसिंह यादव ने अपना पक्ष नाडा के सामने रखा है, जिस पर आज फैसला आएगा। इसके बाद ही चीजें साफ हो सकेंगी।
उन्होंने कहा कि पहलवान परवीन राणा का नाम देने के पीछे मकसद पर कहा कि अगर 25 जुलाई को भारत दूसरे पहलवान का नाम न देता तो देश का कोटा खत्म हो जाता। भारत 74 किलोग्राम वर्ग भार में अपने एक पहलवान को ओलम्पिक जरूर भेजेगा।
मीडिया को किया बैन
WFI अध्यक्ष ब्रजभूषण के आगमन के दौरान साई सेंटर में मीडिया की एंट्री को बैन कर दिया गया। बताया जा रहा है कि साई सेंटर इंचार्ज राधिका ने मीडिया को अंदर जाने से रोका। यहां पर बता दें कि इस मामले में राधिका भी विवादों में घिरी हैं।
प्याज-टमाटर की सलाद पर 'कुछ' छिड़का था, नरसिंह यादव ने दर्ज कराई FIR
उधर, सोनीपत सीआइए और राइ पुलिस भी जांच के लिए साई सेंटर पहुंची। कल सोनीपत DIG ने सीआईए पुलिस को नरसिंह मामले की जांच सौंपी थी।
यहां पर याद दिला दें कि नरसिंह यादव डोप टेस्ट मामले में सोनीपत पुलिस ने 328, 120बी के तहत मामल दर्ज कर लिया है।
बता दें कि नरसिंह यादव डोपिंग मामले में जिस पहलवान पर खाने में कुछ मिलाने का आरोप लग रहा है। उसका नाम जितेश है, जो दिल्ली का रहने वाला है। उसकी तस्वीर भी सामने आई है। नरसिंह यादव ने पुलिस में दी शिकायत में दिल्ली के इस जूनियर पहलवान पर आरोप लगाया है कि उनके खाने में इसी शख्स ने प्रतिबंधित दवा मिलाई है।
पुलिस को दी गई तहरीर में लिखा था कि जितेश ने 5 जुलाई को रसोई घर में जाकर उसके खाने में प्रतिबंधित दवा मिलाई थी। नरसिंह ने शिकायत में लिखा है कि जब उनका एक मित्र रसोईघर में कुछ लेने गया तो जितेश उसे देखकर वहां से चला गया, नरसिंह ने कहा कि उसके कई औऱ साथियों ने भी जितेश को ऐसा करते हुए देखा है।