GTB : अडिशनल एमएस की 5वीं मंजिल से गिरकर मौत, सुसाइड की आशंका
दिल्ली के जीटीबी अस्पताल के अतिरिक्त चिकित्सा अधीक्षक की संदिग्ध परिस्थितियो में अस्पताल की पांचवी मंजिल से गिरकर मौत हो गई। पुलिस इस मामले को हादसे के साथ आत्महत्या से जोड़कर
नई दिल्ली [ जेएनएन ] । जीटीबी अस्पताल के अतिरिक्त चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरकेबी चौधरी की बुधवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में अस्पताल की पांचवीं मंजिल से गिरकर मौत हो गई। शुरुआती जांच में काम के दबाव के कारण खुदकशी की आशंका जताई जा रही है।
परिजनों को घटना की सूचना सुबह 11 बजे मिली। पुलिस उपायुक्त डॉ. एके सिंगला के मुताबिक कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। मूल रूप से असम के रहने वाले डॉ. चौधरी परिवार के साथ एम-204, स्वर्ण रेजीडेंसी, जीटी रोड, साहिबाबाद में रहते थे। परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं।
बड़ा बेटा एमबीबीएस करने के बाद पीजी कर रहा है और छोटे बेटे ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। डॉ. चौधरी अस्पताल सेवाओं का काम देख रहे थे। बुधवार सुबह 10 बजे अस्पताल के कर्मचारियों ने डॉ.चौधरी को वार्ड के पास खून से लथपथ हालत में नीचे पड़े देखा। तुरंत उन्हें इमरजेंसी में भर्ती कराया गया।
यहां तीन घंटे तक डॉक्टरों ने उनकी जान बचाने की कोशिश की। उनके सिर, हाथ और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आई थीं। इलाज के दौरान ही 1.20 बजे उन्होंने दम तोड़ दिया। हादसे से अस्पताल के साथी डॉक्टर सकते में हैं। घटना के बाद उनके बीच भी यही चर्चा थी कि काम के बोझ के कारण उन्होंने यह कदम उठाया।
छोटे बेटे सौरभ ने भी कहा कि वह डायबिटीज व दिल के मरीज थे। उनके ऊपर काम का भी काफी दबाव था। कई बार वे घर देर से पहुंचते थे। अस्पताल में काफी समय लगने के कारण वे परेशान रहते थे। वह जून में रिटायर होने वाले थे।
केंद्रीय कैडर में होने के कारण उनका सेवाकाल पांच साल बढ़ गया था, लेकिन डॉ. चौधरी जल्द सेवानिवृत्ति चाहते थे। उन्होंने वीआरएस के लिए भी आवेदन दिया था, जिसे 15 अक्टूबर तक टाल दिया गया था। डॉ.चौधरी की मौत से हम लोग सकते में हैं। काम का दबाव नहीं था, लेकिन उन्होंने यह कदम क्यों उठाया, इस बारे में कुछ भी कहना मुश्किल है। - डॉ.सुनील कुमार, निदेशक, जीटीबी अस्पतालडॉ