इशरत जहां एनकाउंटर मामले से जुड़ी गुम फाइलों को लेकर FIR दर्ज
इशरत जहां एनकाउंटर से जुड़ी फाइलों के गायब होने के मामले में संसद मार्ग थाने में एफआइआर दर्ज की गई है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। इशरत जहां एनकाउंटर से जुड़ी फाइलों के गायब होने के मामले में संसद मार्ग थाने में एफआइआर दर्ज की गई है। इशरत जहां मामले में गृह मंत्रालय की एक सदस्यीय समिति ने पाया है कि इस मामले से जुड़े पांच दस्तावेज पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम के कार्यकाल में ही गायब हो चुके थे।
Delhi: FIR lodged at the Sansad Marg PS against missing of the files pertaining to the Ishrat Jahan encounter case.
— ANI (@ANI_news) September 25, 2016
गृह मंत्रालय के मुताबिक, जो दस्तावेज गायब हुए थे उनमें से एक जो तब के गृह सचिव के पिल्लै ने तत्कालीन अटार्नी जनरल गुलाम वाहनवती को भेजा था, वह मिल गया है।
हरकत में आया ACB, स्वाति मालीवाल की शिकायत पर शुरू की जांच
इस मामले में तत्कालीन गृहमंत्री चिदंबरम पर आरोप लग रहा है कि उन्होंने एनआईए का दुरुपयोग किया और जबरन एफिडेविट बदलवाए और वह कागजात हटा दिया गया, जिसमें एनआईए ने इशरत को लश्कर-ए-तैय्यबा से जुड़ा बताया था। जानकारी के मुताबिक इशरत से जुड़ी फाइल के पांच दस्तावेज गायब थे। यानी जब फाइल गृहमंत्री और गृह सचिव से उन तक पहुंची, तब उसमें वे दस्तावेज नहीं थे।
समिति ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि ये सभी दस्तावेज 18 सितंबर, 2009 से लेकर 28 सितंबर, 2009 के बीच ही गायब हुए। समिति ने नतीजा निकाला है कि इन सब दस्तावेजों को जानबूझकर या अनजाने में गलत तरीके से खो दिया गया। समिति ने इस मामले में 52 पन्नों की रिपोर्ट दी है और उसने गृह मंत्रालय ने अपने 11 अधिकारियों से पूछताछ कर कई जगहों पर छानबीन भी की ताकि गायब दस्तावेज ढूंढ़े जा सके।
पांच दस्तावेज थे गुम
- 18 सितंबर 2009 को गृह सचिव की अटॉर्नी जनरल को लिखी गई चिट्ठी
- 23 सितंबर 2009 को गृह सचिव की अटॉर्नी जनरल को लिखी गई चिट्ठी
- अटॉर्नी जनरल द्वारा भेजा गया ऐफिडेविट
- 24 सितंबर 2009 को गृहमंत्री द्वारा हलफनामे में किए गए बदलाव
- 29 सितंबर 2009 को कोर्ट में दायर किया गया हलफनामा