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बिहार में चमकी बुखार, पीड़ित बच्‍चों की मदद को आगे आई द‍िल्‍ली सरकार

encephalitis दिल्‍ली सरकार ने बिहार में चमकी बुखार (Encephalitis) से हुए 143 बच्‍चों की मौत के मामले में मदद की पेशकश की है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Wed, 19 Jun 2019 04:13 PM (IST)Updated: Wed, 19 Jun 2019 04:59 PM (IST)
बिहार में चमकी बुखार, पीड़ित बच्‍चों की मदद को आगे आई द‍िल्‍ली सरकार
बिहार में चमकी बुखार, पीड़ित बच्‍चों की मदद को आगे आई द‍िल्‍ली सरकार

नई दिल्‍ली, जेएनएन। दिल्‍ली सरकार ने बिहार में चमकी बुखार (Encephalitis) से हुए 143 बच्‍चों की मौत के मामले में मदद की पेशकश की है। दिल्‍ली के डिप्‍टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा है कि बिहार सरकार को इस मामले में हर संभव मदद करेंगे। मनीष सिसोदिया ने कहा कि बिहार सरकार को जिस तरह की भी मदद की जरूरत है दिल्ली सरकार वह मदद देने को तैयार है। डॉक्टर दवाइयां,एंबुलेंस या जिस तरह की भी मदद की जरूरत बिहार सरकार को होगी, हम देने को तैयार हैं।

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नहीं थम रहा बच्‍चों की मौत का स‍िलसि‍ला
बता दें क‍ि एक्‍यूट इंसेफेलाइट‍िस सिंड्रोम के कारण बिहार में मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। अब तक यहां 143 बच्‍चों की जिंदगियां दम तोड़ चुकी हैं। मौत की संख्‍या लगातार दिन-पर-दिन बढ़ती ही जा रही है। मुजफ्फरपुर स्थित उत्‍तर बिहार के सबसे बड़े अस्‍पताल श्रीकृष्‍ण मेडिकल कॉलेज व अस्‍पताल (SKMCH) में एईएस से सर्वाधिक बच्‍चों की मौत हुई है। हालत इतनी खराब है वहां कि अभी भी सर्वाधिक मरीज भर्ती हैं।

500 बच्‍चे इस बीमारी की चपेट में 
बिहार में हालत इतने खराब हैं कि इस बीमारी ने अब तक 500 बच्‍चों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। सिर्फ मुजफ्फरपुर के दो अस्पतालों एसकेएमसीएच और केजरीवाल अस्‍पताल में 113 बच्चों इस बीमारी के कारण दम तोड़ चुके हैं। वहीं एसकेएमसीएच के अधीक्षक के अनुसार बुधवार को भी काफी मरीज भर्ती किए गए हैं। अब बच्‍चों की जिंदगी की जंग में जब दवाएं बेअसर हो रही हैं तब लोग दुआओं का सहारा ले रहे हैं। लोग बच्‍चों की सलामती के लिए पूजा व हवन कर रहे हैं।

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