DU: स्पोर्ट्स-ईसीए कोटे में एडमिशन के लिए लाने पड़ेंगे 50%
समिति ने स्नातक में दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 28 मई से शुरू करने का निर्णय लिया है।
नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) में दाखिला समिति की बैठक में एक बार फिर डीयू से संबद्ध अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त कॉलेजों को कॉमन एडमिशन प्रक्रिया में जोड़ने पर सहमति बनी। बैठक में सेंट स्टीफंस और जीसस एंड मेरी सहित तीन अन्य अल्पसंख्यक कॉलेजों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
डीयू में स्पोर्ट्स और एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी (ईसीए) के ट्रायल में अगर स्टूडेंट 50% मार्क्स से कम लाता है, तो उसे यह कोटा नहीं मिलेगा। एडमिशन कमिटी ने फैसला लिया है कि 50 पर्सेंट से कम स्कोर करने पर इस कोटे में एडमिशन नहीं मिलेगा, चाहे सीट खाली रह जाए। एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स को पहले सेंट्रलाइज्ड फॉर्म भरना होगा, उसके बाद सेंट्रलाइज्ड फिटनेस टेस्ट होगा।
समिति में इस बात पर जोर दिया गया कि यदि ये कॉलेज डीयू से संबद्ध हैं तो उन्हें भी कॉमन एडमिशन फार्म में शामिल होना चाहिए। अल्पसंख्यक कॉलेज यह निश्चित करें कि जो छात्र उनके यहां आवेदन फार्म भरेगा उसके पास डीयू के आवेदन फार्म का रजिस्ट्रेशन नंबर होना अनिवार्य है।
इस पर लगभग सभी अल्पसंख्यक कॉलेजों के प्रतिनिधियों ने स्वीकृति दे दी। सेंट स्टीफंस और जीसस एंड मेरी कॉलेज में दाखिला प्रक्रिया अलग होती थी और इस साल तीन सिख कॉलेजों को अल्पसंख्यक कॉलेज का दर्जा दिया गया है।
समिति ने स्नातक में दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 28 मई से शुरू करने का निर्णय लिया है। स्पोर्ट्स कोटा में 50 फीसद प्रमाणपत्र के अंक के अलावा 50 फीसद ट्रायल के आधार पर छात्रों का दाखिला के लिए चयन की बात कही गई है।
ईसीए (एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज)में 25 फीसद अंक प्रमाणपत्र के आधार पर 75 फीसद अंक ट्रायल के आधार पर निर्धारित है। ट्रायल में 50 फीसद अंक अनिवार्य है तभी दाखिले के लिए चयन होगा।
डीयू विद्वत परिषद के सदस्य और दाखिला समिति के सदस्य डॉ. आरएन दुबे ने बताया कि कश्मीरी विस्थापितों के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रलय के पत्र का भी संज्ञान लिया गया है। दाखिले के लिए हर कोर्स में 5 फीसद की छूट तथा कटऑफ में 10 फीसद की छूट देने का प्रावधान किया गया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय से मिलने वाली फेलोशिप के तहत आने वाले छात्रों को कोई कॉलेज या विभाग दाखिला देने से मना नहीं करेगा। दाखिला प्रक्रिया के लिए लगभग पूरी तैयारी हो गई है, लेकिन कई मामलों में अभी कुलपति की स्वीकृति की जरूरत है। दाखिला प्रक्रिया को अंतिम रूप देने से पहले एक और बैठक होने की संभावना है।