देशद्रोह मामले में जेएनयू वीसी को समिति ने सौंपी रिपोर्ट
चार सदस्यीय समिति ने अपनी रिपोर्ट जेएनयू प्रशासन को सौंप दी है ऐसी संभावना है कि जेएनयू प्रशासन इस बाबत जल्द ही कोई बड़ा निर्णय ले सकता है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में 9 फरवरी की घटना के बाद जेएनयू प्रशासन द्वारा बनी उच्चस्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट के बाद अदालत के निर्देश पर जेएनयू ने छात्रों का पक्ष रखने के लिए फिर से चार सदस्यीय समिति बनाई थी जिसने अपनी रिपोर्ट जेएनयू प्रशासन को सौंप दी है ऐसी संभावना है कि जेएनयू प्रशासन इस बाबत जल्द ही कोई बड़ा निर्णय ले सकता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, विश्वविद्यालय ने यह स्पष्ट कर दिया है कि 9 फरवरी की घटना के आरोपी छात्रों से लिखित रूप से इस मामले में उनका पक्ष ले लिया गया है और प्राकृतिक न्याय का पूरा ध्यान दिया गया है। अब कुलपति इस रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं।
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ज्ञात हो कि उच्च स्तरीय जांच समिति में 21 छात्रों को विभिन्न मामलों में सजा और जुर्माना निर्धारित किया गया था। जिसमें आरोपी छात्रों का कहना था कि यह गलत है क्योंकि इसमें कई छात्र उच्च स्तरीय जांच समिति के समक्ष अपना पक्ष देने ही नहीं पहुंच पाए थे। उसके बाद छात्रों ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था।