दिल्ली विस में CAG रिपोर्ट पेश, वित्तीय गड़बड़ी का खुलासा
मंगलवार को दिल्ली विधानसभा का सत्र हंगामे दार रहा। पहले VAT के संशोधित प्रस्ताव को लेकर विपक्ष ने हंगामा काटा और विधानसभ्ाा का बहिष्कार किया। अभी यह मामला शांत भी नहीं हुआ था कि विधानसभा में पेश CAG की रिपोर्ट ने मानो आग में घी का काम किया।
नई दिल्ली। मंगलवार को दिल्ली विधानसभा का सत्र हंगामे दार रहा। पहले VAT के संशोधित प्रस्ताव को लेकर विपक्ष ने हंगामा काटा और विधानसभ्ाा का बहिष्कार किया। अभी यह मामला शांत भी नहीं हुआ था कि विधानसभा में पेश CAG की रिपोर्ट ने मानो आग में घी का काम किया। कैग की रिपोर्ट ने सरकार के कामकाज की जो तस्वीर पेश की उसमे अनियमितताओं और अनावश्यक खर्चों की एक लंबी फेहरिस्त थी। इससे सरकार सकेते में आ गई।
CAG की रिपोर्ट के प्रमुख अंश
CAG ने अपनी रिपोर्ट में स्वास्थ्य एवं परिवार नियोजन को लेकर भी चिंता जताई। रिपोर्ट में 1.26 करोड़ रुपए अतिरिक्त खर्च बताया गया।
लोकनिर्माण विभाग में अनियमितताओं को लेकर भी CAG नें चिंता जताई है। लोकनिर्माण विभाम में अनियमितताओं का ब्योरा देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि बिना ठेकों के ही 1.77 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।
CAG रिपोर्ट में कमजोर अनुबंध प्रबंधन, और समयबद्ध तरीके से काम न हो पाने को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक कमजोर अनुबंध प्रबंधन, और समयबद्ध तरीके से काम न हो पाने के कारण सरकार पर 1.20 करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ा है।
CAG रिपोर्ट में दिल्ली की तिहाड़ जेल पर पड़ रहे अतिरिक्त बोझ पर चिंता जाहिर की है। रिपोर्ट के मुताबिक जेल की छमता 6250 कैदियों की है, लेकिन मौजूद समय में जेल में कुल 14209 कैदी हैं।