लोकपाल की नियुक्ति से पहले AAP और भाजपा में सियासी जंग, पीएम मोदी के जवाब में केजरीवाल की होगी शिकायत
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि लोकपाल से दिल्ली सरकार के मंत्रियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की भी शिकायत की जाएगी।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। देश लोकपाल की नियुक्ति से पहले से ही दिल्ली भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच सियासी बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता और वरिष्ठ भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा है कि लोकपाल की नियुक्ति के बाद उनकी पार्टी लोकपाल के समक्ष मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मंत्रियों की शिकायत दर्ज कराएगी। बता दें कि ऐसी चर्चा है कि पीसी घोष देश के पहले लोकपाल हो सकते हैं।
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि लोकपाल से दिल्ली सरकार के मंत्रियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की भी शिकायत की जाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड में टैंकर घोटाला, प्रीमियम बस सर्विस, नियुक्तियों में अपने चहेतों की भर्ती करना, घर-घर राशन पहुंचाने सहित अन्य कई घोटाले इस सरकार में हुए हैं। सच्चाई सामने लाने के लिए इनकी जांच जरूरी है। इसलिए लोकपाल से इन सबकी शिकायत की जाएगी।
गोपाल राय के आरोपों को निराधार बताते हुए उन्होंने कहा कि आप नेता केंद्र सरकार पर झूठा आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 4 दिसंबर, 2015 को दिल्ली विधानसभा में लाया गया दिल्ली जनलोकपाल बिल आज तक कार्यरूप नहीं ले पाया है और दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों में लंबित पड़ा है। सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी से यह स्पष्ट हुआ कि जनलोकपाल बिल की फाइल इस समय दिल्ली सरकार के पास है।
केंद्र सरकार ने कुछ स्पष्टीकरण मांगे थे जिसका दिल्ली सरकार ने आज तक जवाब नहीं दिया है। दिल्ली में जनलोकपाल बिल लागू न हो पाने के पीछे दिल्ली सरकार की विफलता है। कांग्रेस लोकपाल की नियुक्ति को लेकर गंभीर नहीं थी और तकनीकी कारणों का सहारा लेकर वह इसे लागू करने में बाधा डालती रही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने लोकपाल को लेकर जो आरोप केंद्र सरकार पर लगाए हैं वे गलत हैं। गुप्ता ने कहा कि दरअसल आप ही नहीं चाहती कि दिल्ली में एक सशक्त लोकपाल हो जो दिल्ली सरकार की खामियों को उजागर कर कार्रवाई कर सके।
इससे पहले आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने भी कहा था कि लोकपाल की नियुक्ति के बाद प्रधानमंत्री मोदी की शिकायत की जाएगी। सोमवार को गोपाल राय ने कहा था कि पार्टी ने तय किया है कि राफेल घोटाला और सहारा बिड़ला डायरी मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य जिन नेताओं के नाम हैं, उनकी जांच के लिए लोकपाल के सामने शिकायत करेगी। राय ने कहा कि भाजपा सरकार के पांच साल पूरे होने के अंतिम समय में देश को पहला लेाकपाल देने की बात सोची गई। इससे पहले लोकपाल बनाने में डर क्यों लग रहा था?