38 हजार लोग फर्जी तरीके से ले रहे थे पेंशन, दिल्ली में 300 करोड़ का घोटाला!
आप सरकार ने पेंशन के नाम पर बड़ा घपला पकड़ा है। 38 हजार लोग दिल्ली सरकार से फर्जी तरीके से पेंशन का लाभ उठा रहे थे। सूत्रों का कहना है कि पिछले सालों में कई सौ करोड़ रुपये अब तक गलत हाथों में जा चुका है।
नई दिल्ली (वीके शुक्ला)। आप सरकार ने पेंशन के नाम पर बड़ा घपला पकड़ा है। 38 हजार लोग दिल्ली सरकार से फर्जी तरीके से पेंशन का लाभ उठा रहे थे। सूत्रों का कहना है कि पिछले सालों में कई सौ करोड़ रुपये अब तक गलत हाथों में जा चुका है। अनुमान के मुताबिक, यह घोटाला 300 करोड़ से अधिक का हो सकता है।
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इसमें अधिकतर लोग ऐसे थे जो दिल्ली में रहते ही नहीं थे और उनके नाम पर पेंशन बांटी जा रही थी। दिल्ली सरकार अब जांच कराएगी कि इनको पेंशन देने के लिए किन विधायकों ने सिफारिश की थी और किस विधायक के क्षेत्र में कितने फर्जी नाम सामने आए हैं।
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दिल्ली सरकार वृद्धावस्था, विधवा व विकलांग आदि के लिए शुरू की गई पेंशन योजना के तहत अब तक 4.30 लाख लोगों को पेंशन दे रही थी। तमाम तरह की शिकायतों के बाद 2014 में लगे राष्ट्रपति शासन के दौरान 1.10 लाख लोगों की पेंशन रोक दी गई थी।
सत्ता मे आने के बाद आप सरकार ने पेंशन में घपले की आशंका के चलते इस मामले की जांच की थी और पेंशन प्राप्त करने वालों से आधार कार्ड मांगे गए थे। समाज कल्याण विभाग ने निर्देश दिए थे कि पेंशन प्राप्त करने वालों का आधार कार्ड से लिंक किया जाए।
इस दौरान 38 हजार से अधिक लोग न ही आधार कार्ड जमा कराने आए और न ही पेंशन लेने। विभाग ने ऐसे लोगों से संपर्क करने का प्रयास भी किया, लेकिन दिए गए पतों पर वे नहीं मिले।
दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री संदीप कुमार का कहना है कि यह गंभीर मामला है कि जिन लोगों को पेंशन मिलनी चाहिए, उन्हें नहीं मिल पा रही थी और फर्जी रूप से गलत लोग पेंशन ले रहे थे। इसमें कुछ लोग ऐसे भी शामिल थे, जो पेंशन के दायरे में नहीं आते।
संदीप कुमार ने रिक्त हुए 38 हजार पेंशन के फार्म के लिए उपयुक्त और जरूरतमंद लोगों को पेंशन दिए जाने के आदेश दिए हैं। उन्होंने इस घपले की जांच कराने के भी संकेत दिए हैं।
उन्होंने कहा है कि हम इस बात की भी तह तक जाएंगे कि पेंशन के नाम पर कितना पैसा गलत हाथों में गया है और इसके लिए जिम्मेदार कौन लोग हैं। कुछ साल पहले इसकी सीबीआइ में भी शिकायत हुई, जिसकी जांच अब तक चल रही है।