Move to Jagran APP

अनपढ़ कैदी साक्षरता का पाठ पढ़ अब लिख रहे हैं अपने मन की बात

गौतम कुमार मिश्रा, पश्चिमी दिल्ली तिहाड़ जेल में साक्षरता को लेकर चलाई जा रही मुहिम रंग ला रही ह

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Jul 2017 01:01 AM (IST)Updated: Fri, 21 Jul 2017 01:01 AM (IST)
अनपढ़ कैदी साक्षरता का पाठ पढ़ अब लिख रहे हैं अपने मन की बात
अनपढ़ कैदी साक्षरता का पाठ पढ़ अब लिख रहे हैं अपने मन की बात

गौतम कुमार मिश्रा, पश्चिमी दिल्ली

loksabha election banner

तिहाड़ जेल में साक्षरता को लेकर चलाई जा रही मुहिम रंग ला रही है। इसे 'पढ़ो और पढ़ाओ' मुहिम का ही असर कहा जाएगा कि अब कैदी कहीं जरूरत पड़ने पर अंगूठा लगाने के बजाय हस्ताक्षर करते नजर आते हैं। अभियान से जुड़े कैदियों में उत्साह बढ़ाने के लिए जेल प्रशासन की ओर से एक पोस्टकार्ड मुहैया कराया जा रहा है। इसके जरिये कैदी अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को अपने मन की बात लिखकर भेज रहे हैं। जेल नंबर एक से शुरू हुई इस मुहिम को अन्य जेलों में भी चलाया जाने की तैयारी प्रशासन कर रहा है।

मुहिम के तहत जेल संख्या एक के छह वार्डो में साक्षरता से जुड़ी कक्षाओं का आयोजन नियमित तौर पर किया जा रहा है। तकरीबन 1200 कैदी इससे जुड़े हैं। यहां अनपढ़ कैदियों को साक्षर करने का जिम्मा शिक्षित कैदियों पर भी है। इस अभियान के तहत कैदियों को ¨हदी, उर्दू, अंग्रेजी भाषा में लिखना और पढ़ना सिखाया जा रहा है। रोजाना एक से डेढ़ घंटे की कक्षाएं लगाई जा रही हैं।

-------------------

कंप्यूटर से सिखाया जा रहा गणित

¨जदगी में पैसों से जुड़े हिसाब किताब से रोजाना वास्ता सभी का पड़ता है। कई कैदी ऐसे हैं जिन्हें गिनती या हिसाब किताब का ज्ञान तक नहीं है। ऐसे कैदियों को टाटा कंसल्टेंसी सर्विस (टीसीएस) की ओर से तैयार एक विशेष सॉफ्टवेयर से व्यवहारिक तरीके से गणित का ज्ञान दिया जा रहा है। इसके जरिए कैदी जोड़, घटाव, गुणा व भाग सीख रहे हैं। कैदियों को गृहकार्य भी दिया जाता है ताकि कक्षा के बाहर भी उनका विभिन्न विषयों में मन लगा रहे।

---------------

अंगूठा लगाने की मजबूरी से मिली निजात

कैदियों का कहना है कि पढ़ाई शुरू करने के बाद उनमें आत्मविश्वास का संचार हुआ है। अब जेल से बाहर निकलने के बाद उनके पास रोजगार के कई विकल्प होंगे। पहले निरक्षर होने के कारण उन्हें नौकरी मिलने में काफी कठिनाई होती थी। लेकिन अब वे पढ़े- लिखे लोगों की तरह ही अपने लिए अच्छे रोजगार की तलाश करेंगे। साथ ही अपने बच्चों की पढ़ाई लिखाई पर विशेष ध्यान देंगे क्योंकि अब वे इसके महत्व को भलीभांति समझ चुके हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.